बिल्डर के यहाँ से इलाज के लिए नही मिला पैसा, सात साल की बच्ची की हुई मौत

नोट बंदी का असर हर किसी पर देखा जा रहा है जिसकी वजह से काफी जाने अभी तक जा चुकी है नोट बंदी के चलते बिल्डर के द्वारा मजदूर को वेतन नहीं मिलता जिसके बाद इलाज के लिए पैसा ना होने की वजह से मजदूर की बेटी को जिंदगी गवानी पड़ी …ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थित अजनारा होम्स बिल्डर साइट पर आज मजदूरों ने किया प्रदर्शन आपको बता दे की गजेंद्र नाम का राजमिस्त्री जो कि अजनारा बिल्डर के ग्रेटर नोएडा वेस्ट बन रहे प्रोजेक्ट पर पिछले काफी समय से काम कर रहा है कुछ दिनों पहले उसकी 7 साल की बच्ची पिंकी को बुखार आ गया था जिसके बाद गजेंद्र के पास जितना पैसा रखा हुआ था उसने अपनी बेटी के इलाज में लगा दिया 3 महीने से वेतन ना मिलने की वजह से राज मिस्त्री गजेंदर अपनी बेटी को एक अच्छे हस्पताल में नहीं दिखा पाया जिसके बाद आज गजेंद्र की 7 साल की बेटी पिंकी की इलाज के दौरान मौत हो गई गजेंदर महोबा का रहने वाला है और अपने परिवार के साथ ग्रेटर नोएडा में बन रहे प्रोजेक्ट पर राजमिस्त्री के तौर पर काम कर रहा था 7 साल की मासूम बच्ची की मौत के बाद मजदूरों ने इसलिए साइट पर धरना प्रदर्शन किया ये वही मजदुर है जो रात दिन महेनत करते है अपने बच्चो को खाना और उसकी परवरिश के लिए लेकिन नोट बंदी को लेकर बिल्डर उनका खून पी रहे है और फायदा उठा रहे है उनकी महेनत अबतक पैसा नही जिससे मजदुर अपनी बच्ची का इलाज करा सके जो आज देखने को मिला की एक मजदूर की बच्ची इलाज के न होने से इस दुनिया से चली गयी लेकिन बिल्डर और ठेकेदार के कान पर जु तक नही रेंगी