13 नामी बिल्डर भी जा सकते जेल, करोडो का बकाया है इन पर

नोएडा – सीएम योगी आदित्यनाथ की चेतावनी के चलते आने वाले तीन दिनों में नोएडा और गाजियाबाद के 13 बड़े नामी बिल्डर्स के सीएमडी व अधिकारी जेल की सलाखों के पीछे जा सकते हैं। इस मामले में गौतमबुद्धर नगर प्रशासन ने 12 और गाजियाबाद में 7 बिल्डरों के खिलाफ सेस न जमा करने पर वारंट जारी किया है। इनमें से नोएडा के डिस्ट्रिक्ट लेबर डिपार्टमेंट ने करीब 7 बिल्डर्स के खिलाफ भी आरसी जारी कर रखी है। इसके अलावा नोएडा, यमुना और ग्रेनो अथॉरिटी ने 102 बिल्डरों को डिफाल्टर सूची में डाल दिया है। इनकी सूची शासन को भेजी गई है जिसके बाद सीएम योगी ने निर्देश दिया है कि इन बिल्डरों से जमीन वापिस ली जाए और लगाया गया जुर्माना भी वसूला जाए। ऐसा न करने पर इनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। बताया जाता है कि प्रधानमंत्री मोदी के एक अभियान के तहत सीएम ने बिल्डरों के खिलाफ ये कदम उठाया है। बता दें कि 4 करोड़ से ज्यादा का सेस न जमा करने पर आम्रपाली ग्रुप के सीईओ और अनिल शर्मा के दामा ऋतिक और उनके एमडी को गिरफ्तार कर 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। सीएम योगी ने रियलटी संस्था क्रेडाई को सख्त संदेशों में जवाब दिया है और कहा कि वे रियल एस्टेट कारोबारियों के सामने विश्वास पर खरा उतरने की बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा राज्य सरकार का चार माह का अनुभव है कि प्रदेश में बिल्डरों और खरीदारों के बीच में बड़ी समस्या है। अब तक की रिपोर्ट में पाया गया है कि बिल्डर्स लोगों के साथ खुलेआम धोखा कर रहें है और क्रेडाई इस मामले में सख्त कदम नहीं उठा रही। उन्होंने संस्था को कहा है कि वे बिल्डरों से बात करे और लोगों की समस्याओं को जल्द से जल्द दूर करा गिरफ्तार हो चुके बिल्डर यूनिटेक के समीर व उनके भाई,एवीजे ग्रुप के तीन निदेशक,आम्रपाली ग्रुप के दो अधिकारी,नितिश्री के मालिक अनिल जैन,ग्रीन सिटी के मालिक जितेन्द्र चौधरी,अर्थ इन्फ्रा के मालिक और महिला निदेशक , बिल्डरों पर आगे भी करवाई जारी रहेगी