नॉएडा : मैनेजर ने अपनी ही कंपनी में की लाखो ं रुपये की ठगी

नॉएडा : मैनेजर ने अपनी ही कम्पनी के मालिक के साथ धोखा धड़ी करके पिछले कई सालो से कम्पनी को लाखो रुपये का चुना लगा रहा था। जब आरोपी मैनेजर को पोलपट्टी खुली तो धोखाधड़ी का मामला सामने आया है है कम्पनी मलकी ने आरोपी मैनेजर के खिलाफ थाना फेस 3 में केस दर्ज करा दिया है , पुलिस शिकायत के आधार पर मामले की जाँच कर रही है। पुलिस के मुताबिक सेक्टर-63 की एक स्पोटर्स कंपनी में काम करने वाले मैनेजर ही कंपनी से ठगी करते रहे। ग्राहकों को कंपनी के माल की जगह नकली माल बेचते रहे। वहीं कंपनी को स्पोटर्स सामान का टेंडर दिलाने के नाम पर भी ठगी कर ली गई। वहीं कंपनी का सामान आदि भी लेकर फरार हो गए। कंपनी के एमडी ने कोतवाली फेस-3 में केस दर्ज कराया है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच में जुटी है डी-247/3 सेक्टर-63 में एसोटेक स्पोटर्स कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी है। कंपनी के एमडी दिनेश कपूर है। वे फिटनेस प्रोडक्ट बनाते है। इसी कंपनी में सचिन शर्मा बतौर मैनेजर, निखिल शर्मा जनरल मैनेजर कॉरपोरेट सेल्स, सतवीर सिंह एसिसटेंट जनरल मैनेजर कॉरपोरेट सेल्स, व रोहित दत्ता ब्रांच मैनेजर हैदराबाद कार्यरत थे। चारों मैनेजर कंपनी से माल बेचने की एवज की मोटी सैलरी लेते रहे और माल किसी दूसरी कंपनी को बेचते रहे। चंद दिनों पहले शालिनी सिंह, आॅथोराइज्ड रिप्रिजेंटेटिव तपिंडू होटल एंड रिसोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने कंपनी में शिकायत दी की कंपनी ने जो उन्हें माल दिया है, वह नकली है। इस पर कंपनी के एमडी दिनेश ने पता किया तो पता चला की कंपनी के पुराने कस्टमर को ये मैनेजर नकली माल बेच रहे थे। इस माल को बेचने में मैनेजर ने उन्हें करीब 50 लाख रुपए का चूना लगा दिया। वहीं कपंनी द्वारा मैनेजरों को जो लैपटॉप, मोबाइल आदि दिए गए थे उन्हें भी आरोपी नहीं दे रहे है। सामान मांगने पर मैनेजर कंपनी के एमडी को ही जान से मारने की धमकी दे रहे है। एसएचओ फेस-3 अमित कुमार सिंह ने बताया कि, केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।सेल्स मैनेजर सचिन शर्मा ने कंपनी के एमडी को टेंडर दिलाने का भी झांसा दिया। जिस पर वे अमल हो गए। इस दौरान सचिंन ने अनुराग ठाकुर नामक व्यक्ति के एकाउंट में 3 लाख 86 हजार 882 व 16 लाख 67 हजार 737 रुपए दो बार में ट्रांसफर करवाएं। जब कोई टेंडर नहीं मिला तोे उन्होंने दो डेटिड चेक भी दिलवाएं। ये दोनों चेक भी बाउंस हो गए। इस मामले में कंपनी द्वारा पहले ही अनुराग ठाकुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जा चुकी है