नॉएडा : आर्मी अधिकारी बनकर ऑनलाइन पर सस्ते फोनो का लालच देकर कर रहे ठगी

नॉएडा : ओएलएक्स जैसी कम्पनियो से सस्ते फोन खरीदने के लालच में अक्सर लोग सावधानी बरतना भूल जाते है जिसकी वजह से कुछ ठगी करने वाले लोग अपना काम कर जाते है और बेचारा ग्राहक विश्वास में आकर लूट जाता है। ऐसा ही एक जालसाजी का मामला नॉएडा व् ग्रेटर नॉएडा में चल रहा है , जो कुछ जालसाज खुद को आर्मी अधिकारी बताकर महंगे फोनो को आधी से कम कीमत में बेचने का लालच दे रहे है। ये लोग बड़ी चालाकी से ग्राहकों का विश्वास जीतने के लिए ज्यादातर वाट्सअप का प्रयोग करते है आर्मी की ड्रेस में अपनी फोटो डीपी पर लगा देते है ग्राहक को झांसे में लाकर फिर अपनी ठगी का शिकार बनाते है ,नोएडा-ग्रेटर नोएडा में पिछले 2 हफ्ते में ही 10 से ज्यादा लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा चुका है। सोमवार को ग्रेटर नोएडा के एक इंजीनियरिंग के छात्र से भी इसी तरह से ठगी की गई। पीड़ित छात्र ने नोएडा साइबर सेल में इसकी शिकायत की है। ठगी के शिकार हुए छात्र मनीष अग्रवाल ने बताया कि दो दिन पहले उसने ओएलएक्स पर एक स्मार्टफोन देखा था। 4 महीने पुराने इस फोन की मार्केट कीमत 40 हजार रुपए है मगर ओएलएक्स पर उसे 20 हजार रुपए में बेचने का आॅफर दिया था। इस फोन को बेचने वाले शख्स ने खुद को वेस्ट बंगाल का रहने वाला आर्मी अधिकारी बताया। छात्र ने जब उससे बात की तब वह महज 8 हजार रुपए में फोन देने को तैयार हो गया। इसलिए लालच में छात्र हो गया। चैट के दौरान जालसाज ने डीपी में आर्मी अधिकारी की फोटो लगाई हुई थी। जालसाज ने बताया कि वह दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर भी तैनात रह चुका है। वह नया आईफोन लेना चाहता है इसलिए सस्ते में फोन बेच रहा है। छात्र के लालच में आते ही जालसाज ने फोन को कोरियर से भेजने के नाम पर सिक्योरिटी के तौर पर पहले 840 रुपए का पेटीएम करा लिया। इसके बाद कहा कि सोमवार सुबह तक फोन मिल जाएगा। सोमवार सुबह जालसाज ने खुद ही फोन कर कहा कि उसे एक घंटे बाद कोरियर मिल जाएगा लेकिन उससे पहले मोबाइल की कीमत का 50 फीसदी देना होगा।

छात्र ने 4000 रुपए उसे पेटीएम कर दिया तो मगर कई घंंटे बाद भी कोई मोबाइल फोन उसे नहीं मिला। इसके बाद दूसरे नंबर से छात्र के पास फोन आया और बोला कि वह कोरियर लेकर आ रहा है मगर आर्मी अधिकारी को पूरी पेमेंट करने के बाद ही वह फोन देगा। छात्र ने बचे हुए रुपए दे दिए तो भी उसे फोन नहीं मिला तब पुलिस से शिकायत की। जाँच में जुटी साइबर सेल अधिकारी ने बताया कि राजस्थान के मोबाइल नंबर से इस तरह की ठगी की जा रही है। इसी तरह की पहले भी दो शिकायत की जा चुकी है।