मोदी सरकार द्वारा कृषि के काॅरपोरेटटीकरण करने के खिलाफ किसान सभा के आहावान पर दिल्ली म ें हुई विशाल किसान सघर्ष रैली

भूमिहीनों को जमीन दो किसानों को कृषि का लाभकारी मूल्य छोटे तथा सीमांत किसानों के कर्ज माफी गरीब व मझले किसानों को ब्याज रहित कर्ज दिया जाए और खेती की सिचाई के लिए पानी, मनरेगा के तहत 200 दिन काम व 300 रूपया मजदूरी दी जाए अत्महत्या कर चुके किसानों के परिवारों को दस लाख रूपया मुआवजा सभी फसलों का बीमा और छोटे मझले किसान व गाॅव के गरीबों के लिए 3000 हजार रूपये महीना पेंशन दी जाए, जमीन अधिग्रहण से प्रभावित किसानों को जमीन का उचित मुआवजा एवं रोजगार स्वास्थ शिक्षा की व्यवस्था आदि विभिन्न ज्वलन्त मुददों/मांगों पर आज दिनांक 24.11.2016 को दिल्ली में अखिल भारतीय किसान सभा ने सघर्ष रैली आयोजित किया जिसमें देश के विभिन्न राज्यों व जिलों से 10,000 हजार से भी अघिक किसानों ने हिस्सेदारी किया रैली के लिए विभिन्न किसान जत्थे रामलीला मैदान में इक्ट्ठा हुए और वहाॅ से किसान सभा के राष्ट्रीय नेताओं आमरा राव वीजू कृष्णन, हन्नान मौला, मुकुट सिंह, हरपाल सिंह, मदन घोष, एस.मल्ला रेड्डी, पी. कृष्णाप्रसाद, अशोक ढ़वले, के. वरदराजन, एन के शुक्ला आदि के नेतृत्व में संसद मार्च शुरू हुआ जो संसद भवन (जन्तर-मन्तर) नई दिल्ली पर पहुॅच कर विशाल जन सभा में तब्दील हो गया जिसे दर्जनों किसान नेेताओं ने सम्बोधित किया और मोदी के नेत्त्व वाली एन.डी.ए. सरकार के द्वारा हाल ही में पैदा किए गए कृषि संकट व किसान विरोधी नव-उदारवादी नीतियों के खिलाफ किसानों से एकजुट होकर आवाज बुलन्द करने का आहावान किया। उक्त किसान सघर्ष रैली में नोएडा विधान सभा से सी.पी.आई. (एम) पार्टी प्रत्याशी गंगेश्वर दत्त शर्मा, साथी मो0 अजीज, विकाश, धर्मपाल सिंह चैहान, भरत डेन्जर, विजय, रविन्द्र, आदि नोएडा के सैकड़ों लोगों ने भी हिस्सा लिया।