सेक्टर- 51 के प्लाट नंबर : E-1, पर बने मेट्रो स्टे शन का नाम सेक्टर-52 रख े जाने पर सेक्टर 51 आ रडब्ल्यू ने जताई आपत् ति ,आरडब्लुए ने नोएडा प्राधिकरण से RTI में मा ंगी जानकारी ।

महोदय ,

जैसे कि हम लोग जानते हैं जैसे कि नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन NMRC एक्वा लाइन (AQUA LINE) का उद्घाटन 25 जनवरी 2019 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय मान्नीय श्री योगी आदित्यनाथ जी के कर कमलों द्वारा हुआ है ।

यह लाइन नोएडा सेक्टर 51 से चलकर ग्रेटर नोएडा डिपो स्टेशन तक जाती है शुरुआत में इसका नाम सेक्टर 71 रखा गया था जोकि अब बदलकर सेक्टर 51 रख दिया गया है जबकि यह स्टेशन सेक्टर 51 के ई-1 (E-1 SECTOR-51 commercial plot & green area of Children’s park) कोमेरिशल प्लॉट व ग्रीन एरिया ऑफ चिल्ड्रेन्स पार्क , सेक्टर-51 पर बना है।

इसी तरह दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन DMRC का भी विस्तार हो रहा है जोकि नोएडा सिटी सेंटर , सेक्टर-39 से चलकर सेक्टर 62 तक पहुंच रही है और इसको उद्घाटन भी मार्च 2019 तक होने की संभावना है।

प्रशन-1: दिल्ली मेट्रो द्वारा बनाए गए , सेक्टर 52 स्टेशन भी सेक्टर 51के प्लाट नंबर ईं-1 ( E-1) पर ही स्थित है फिर इसका नाम सेक्टर – 52 क्यों रखा गया है।

प्रशन-2. (A) जैसे कि नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) ने सेक्टर- 71 का नाम बदल कर सेक्टर 51 रख दिया है क्या उसी तर्ज पर सेक्टर 52 मेट्रो स्टेशन का नाम भी सेक्टर 51 क्यों नहीं रखा गया ।

जबकि यह स्टेशन प्लॉट नंबर E-1 सेक्टर 51 पर स्थित है और भौगोलिक स्थिति के हिसाब से भी यह स्टेशन सेक्टर 51 में ही स्थित है।

(B) फिर इस मेट्रो स्टेशन का नाम सेक्टर 52 क्यों रखा गया ।

प्रशन-3. (A) क्या एक ही प्लॉट पर बने दो स्टेशनों के नाम विभिन्न हो सकते हैं ।

(B) क़्या ऐसा होने से यात्री भ्रमित नहीं होंगे ।

प्रशन-4 : जैसे की नोएडा के बोटैनिकल गार्डन पर ब्लू लाइन और मजेंटा लाइन दोनों मिलती है और स्टेशन का नाम एक ही है (botanical garden) बोटैनिकल गार्डन । उसी प्रकार नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की (NMRC) की एक्वा लाइन (Aqua line) व दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की ब्लू लाइन ( blue line) भी सेक्टर 51 के ई-1 (E-1) प्लॉट पर एक ही जगह मिलती है, तो इस स्टेशन का नाम एक ही क्यों नहीं रखा जा रहा है । जो कि सेक्टर 51 है।

प्रशन-5: क्या हम नोएडा मेट्रो स्टेशन, सेक्टर- 62 का नाम इंदिरापुरम रख सकते थे।
अगर उत्तर नहीं तो, सेक्टर 51 का नाम सेक्टर- 52 क्यों रखा जा रहा है।

प्रशन-6: (A) जिस तरह नोएडा शहर में मेट्रो स्टेशन्स के नाम शहर की विरासत (heritage) भौगोलिक स्थिति और पुरानी जगाओ के नाम पर रखे गए हैं जैसे की बोटैनिकल गार्डन, गोल्फ कोर्स, इसी तर्ज पर क्या सेक्टर 52 मेट्रो स्टेशन का नाम भी नोएडा की विरासत heritage चिल्ड्रन पार्क , सेक्टर 51 नहीं रखा जाना चाहिए था । जबकि यह स्टेशन चिल्ड्रन पार्क की जमीन पर ही बना है।

प्रशन-7 : जिस तरह गुरुग्राम में भी रैपिड मेट्रो व दिल्ली मेट्रो दोनों एक ही स्टेशन सिकंदरपुर पर मिलती है और स्टेशन का नाम सिकंदरपुर ही है ।

क्या उसी तरह एक्वा लाइन (नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन) और ब्लू लाइन (दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन) की लाइन का नाम भी सेक्टर 51 नहीं होना चाहिए ।

एक ही स्थान पर अलग-अलग मेट्रो लाइन का आकर मिलना और तत्पश्चात उनका अलग-अलग नाम रखा जाना मेट्रो रेल में यात्रा कर रहे यात्रियों में निश्चित तौर पर भ्रांति उत्पन्न करेगा और यह यात्रियों के आवागमन को सरल बनाने के संकल्प को कहीं ना कहीं खंडित करेगा।

संजीव कुमार
जनरल सेक्रेटरी
आरडब्लुए, सेक्टर-51, नोएडा