जेपी हॉस्पिटल ने 2 ग्रीन कॉरिडोर बनाकर 6 लो गो की जान बचायी

ब्रेन डेड मरीज के अंग दान से जेपी हॉस्पिटल ने बचाई 6 लोगों की जान
सतीश तावड़े ने किडनी, लिवर, हार्ट एवं कॉर्निया का किया गया अंगदान

नॉएडा सेक्टर 128 स्थित मल्टी सुपर स्पेशयलिटी चिकित्सा संसथान जेपी हॉस्पिटल ने एक बार फिर अंग प्रत्यारोपण चिकित्सा में उल्लेखनीय योगदान देते हुए 6 मरीजो को नया जीवन प्रदान किया है । मुम्बई निवासी 1 मरीज के ब्रेन डेड हो जाने के बाद उसके अंगो को 6 लोगो को दान कर जेपी हॉस्पिटल ने सराहनीय काम किया है ।

गौरतलब है की सतीश तावड़े अपने कार्यालय के काम से दिल्ली आये थे । 2 दिसम्बर की रात अचानक उनकी तबियत खराब हो गयी जिसके बाद उसे जेपी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया । जेपी हॉस्पिटल लाये जाने पर मरीज की जांच की गयी तो पता चला की उनकी सब-आर्कनोइड हेमरेज बीमारी से पहले ही मृत्यु हो चुकी थी । इसके बाद विश्व प्रसिद्ध डॉक्टरों की टीम ने सुबह 3 बजे एवं 9 बजे – 2 बार की जांच के बाद मरीज को ब्रेन डेड घोषित किया । मरीज के ब्रेन डेड हो जाने के बाद परिवार वालों की सहमति से उनके अंगो का दान किया गया ।

इस मिशन को सफलतापूर्ण अंजाम देने के लिए बनायीं गयी चिकित्सकीय दल का नेतृत्व जेपी हॉस्पिटल के वरिष्ठ लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. अभिदीप चैधरी एवं वरिष्ठ किडनी ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. अमित देवरा द्वारा किया गया ।

डॉ मनोज लूथरा (सीईओ) जेपी हॉस्पिटल, ने बताया कि मरीज की मृत्यु हो जाने के बाद उसकी सुचना राष्ट्रीय अंग प्रत्यारोपण संसथान को दी और उसके दिशा निर्देशानुसार मरीज के अंगो को विभिन्न हॉस्पिटल में लोगो को दान किया गया । मरीज के तीन अंगो, जिसमे लिवर, कॉर्निया और किडनी को जेपी हॉस्पिटल के मरीजों को दान किया गया । दूसरी किडनी को फोर्टिस हॉस्पिटल नॉएडा तथा हार्ट को मैक्स हॉस्पिटल साकेत के मरीज को दान किया गया । एक हॉस्पिटल से दूसरे हॉस्पिटल तक अंगो को पहुचाने के लिए प्रशाशन की मदद से ग्रीन कोर्रिडोर का निर्माण किया गया ।

गौरतलब है की पुरे दिल्ली एनसीआर में अंग प्रत्यारोपण चिकित्सा के क्षेत्र में जेपी हॉस्पिटल का अपना एक खास महत्त्व है । अभी 17 नवम्बर को ही जेपी हॉस्पिटल ने 100 से अधिक अंगों (लिवर एवं किडनी) के प्रत्यारोपण संबंधी उपलन्धि हासिल की थी और इस सम्बन्ध में प्रेस वार्ता भी आयोजित किया गया था ।

अब तक जेपी हॉस्पिटल में 114 से अधिक लिवर एवं किडनी का सफल प्रत्यारोपण कर लोगो की जिंदगी बचायी गयी है । जेपी हॉस्पिटल ने ये उपलब्धि केवल 1 वर्ष अंदर ही हासिल की है जो अपने आप में किसी भी हॉस्पिटल के लिए प्रेरणा की बात है । जेपी हॉस्पिटल में विश्व की अत्याधुनिक तकनीक की सुविधा उपलब्ध है एवं विश्व प्रसिद्ध चिकित्सकों द्वारा 24 घंटे सेवा प्रदान की जाती हैं ।