नोएडा प्राधिकरण की नयी पहल, अब आपके घर से उठेगा E-waste, करना है बस इतना सा काम

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (10/01/2022): नोएडा प्राधिकरण ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के मद्देनज़र कूड़ा प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए एक और पहल की है। प्राधिकरण ने ई-वेस्ट को निरस्त करने की प्रक्रिया पर काम शुरू कर दिया है। अब प्राधिकरण सामान्य कूड़े के साथ साथ ई-वेस्ट को भी निरस्त करेगा। प्राधिकरण ने ई-वेस्ट कलेक्शन के लिए दो एजेंसियों का चयन किया है। जल्दी ही यह एजेंसी ई-वेस्ट लेना शुरू कर देंगी। नोएडा निवासी 18004190431 व 18002031460 पर टोल फ्री कॉल कर एजेंसी को ई वेस्ट की सूचना दे सकते है। जिसके बाद कंपनी के कर्मचारी बताए गए स्थान पर पहुंचकर ई-वेस्ट लेंगे और इसके बदले निर्धारित दरों के हिसाब से एजेंसी भुगतान भी करेगी।

नई व्यवस्था की जानकारी देते हुए अथॉरिटी के जन स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी एस सी मिश्रा ने बताया कि नोएडा शहर बड़ा ई-वेस्ट उत्पादक है और यहां सबसे ज्यादा ई-वेस्ट निकलता है। लेकिन प्रबंधन की व्यवस्था अब तक नहीं थी। इसी को देखते हुए नोएडा प्राधिकरण ने ई वेस्ट निरस्त करने की प्रक्रिया की शुरुआत की है।

नोएडा प्राधिकरण ने ई-वेस्ट लेने के लिए दो कंपनियों का चयन किया है। प्राधिकरण ने इनके साथ अनुबंधन कर ई-वेस्ट के शुल्क भी तय कर लिए हैं। इन कंपनियों के नाम ग्रीन एनेबल्ट आईटी सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड और आरएलजी है। दोनों एजेंसियों के टोल फ्री नंबर जारी करवाए गए हैं। 18004190431 व 18002031460 इन दोनों नंबर पर कॉल करके अपने ई-वेस्ट की जानकारी घर बैठे दे सकते हैं। और ये एजेंसियां आप के घर और दफ्तर से ई-वेस्ट को लेकर जाएगी।

एजेंसियों से प्राधिकरण सुरक्षित तरीके से निस्तारण करवाएगी। करीब 75 ऐसे सामान की लिस्ट भी जारी की गई है, जो ई-वेस्ट की में आते हैं। इस व्यवस्था से शहर का कूड़ा प्रबंधन और बेहतर होगा।

कौन कौन से ई वेस्ट सामान इस लिस्ट में शामिल हैं।

जो भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब उपयोग करने लायक नहीं बचते या खराब होने के कारण ई-वेस्ट श्रेणी में आ जाते हैं। इनमें कंप्यूटर, मोबाइल फोन, प्रिंटर, फोटोकॉपी मशीन, इंवर्टर, यूपीएस, एलसीडी, टेलीविजन, विडियो गेम, रेडियो, ट्रांजिस्टर, डिजिटल कैमरा, माइक्रोवेव, गैस गीजर, पेन ड्राइव, ऑडियो सिस्टम व अन्य उपकरण शामिल हैं। पुराने हो चुके इलेक्ट्रॉनिक सामान अगर चालू हालत में है तो उसका अलग रेट है और कबाड़ हो चुके सामान का अलग रेट है। अगल कंप्यूटर चालू हालत में है तो 150 रुपये किलो और कबाड़ हो चुका है तो 31.83 रुपये प्रति किलो का रेट मिलेगा। विडियो कैमरा चालू हालत में है तो 1044.50 रुपये प्रति किलो और कबाड़ हो चुका है तो 348.50 रुपये प्रति किलो मिलेगा। स्मार्ट फोन चालू हालत में है तो 764.50 रुपये प्रति किलो और कबाड़ हो चुका है तो 255.17 रुपये प्रति किलो का रेट मिलेगा।

मोबाइल, लैपटॉप का डेटा रिकवर कर कोई मिसयूज कर सकता है। इस डर से बहुत से लोग अपना ई-वेस्ट घर में या छत पर जला देते हैं। ऐसी कुछ शिकायतें भी पिछले दिनों अथॉरिटी के पास पहुंची थीं। जानकारों के मुताबिक ई-वेस्ट को जलाने पर कार्सेनोजेन्स-डाईबेंजो पैरा डायोक्सिन (टीसीडीडी) एवं न्यूरोटॉक्सिस जैसी जहरीली गैसें निकलती हैं। यह मानव शरीर को कई तरह से नुकसान पहुंचाती हैं। ई-वेस्ट के धुएं और जहरीली गैस से कैंसर का भी खतरा बढ़ता है। इन सब के अतिरिक्त पर्यावरण के लिए भी समस्या है। प्राधिकरण के अधिकारियों का दावा है कि ई-वेस्ट आप एजेंसी को दें। डेटा संबधी कोई समस्या नहीं होगी। सुरक्षित तरीके से निस्तारण भी एजेंसियां करेगी।