नोएडा- जिलाधिकारी बीएन सिंह ने कहा कि भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देशों के अनुपालन में टीबी जैसी घातक बीमारी को जड़ से समाप्त करने के उद्देश्य से आगामी 4 से 18 अगस्त तक घर घर जाकर क्षय रोगी खोज अभियान (एसीएफ) संचालित होगा। अतः इसे सफल बनाने के लिये स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अभी से इस कार्य में जुट जाये और ऐसी कार्य योजना तैयार करें कि अधिक से अधिक जन सामान्य को इस कार्यक्रम का लाभ प्राप्त हो सकें।
डीएम श्री सिंह कलेक्टेªट के सभागार में इस सम्बन्ध में एक बैठक की अध्यक्षता करते हुये सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान कर रहे थे। उन्होनें कहा कि क्षय रोगियों के स्वास्थ्य लाभ के लिये यह बहुत ही महत्वपूर्ण कार्यक्रम है अतः सभी मरीज जनपद के चिन्हित हो सकें और उनका ईलाज सम्भव हो सकें इसके लिये स्वास्थ्य विभाग को ऐसी कार्ययोजना तैयार करनी होगी कि चलने वाले इस अभियान में इस रोग के अधिक से अधिक मरीज चिन्हित होकर उनका ईलाज आरम्भ हो सके।
जिलाधिकारी ने इस बीमारी के सम्बन्ध में विश्व स्तरीय ऑकड़ों पर प्रकाश डालते हुये बताया कि यह बीमारी 21 वीं सदी के लिये भी एक गम्भीर चुनौती है और अभी भी पूरे विश्व में लगभग 14 लाख लोगों की मृत्यु प्रतिवर्ष टीबी की बीमारी से होती है इसमें से अकेले ही 4.8 लाख भारत में ही होती है। विश्व के टीबी मरीजों की संख्या का एक चौथाई हिस्सा भारत में ही पाया जाता है तथा भारत के टीबी मरीजों की संख्या का पॉचवा भाग उत्तर प्रदेश राज्य में है। उन्होनंे कहा कि इन ऑकड़ों को देखते हुये इस कार्यक्रम की महत्ता और अधिक बढ़ गयी हैं।
उन्होनें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस कार्यक्रम को बहुत ही गम्भीरता के साथ चलाने के निर्देश दिये और कहा कि उनके द्वारा इस अभियान में जनपद के ऐसे क्षेत्र चुने जाये जहॉ पर टीबी के मरीजों की सम्भावना अधिक हो और इसका अधिक से अधिक प्रचार प्रसार भी कराये ताकि इस बीमारी से पीडि़त व्यक्ति स्वयं आगे आकर इस अभियान का भरपूर लाभ उठा सकें। डीएम ने यह भी निर्देश दिये कि 4 अगस्त को मा0 स्वास्थ्य मंत्री के करकमलों द्वारा इस अभियान का शुभारम्भ इस जनपद से किया जाना है। अतः आयोजित होने वाले कार्यक्रम की पूर्ण तैयारियॉ विभागीय अधिकारियों द्वारा पूर्व से ही कर ली जाये ताकि आम नागरिकों तक इस महत्वपूर्ण अभियान का संदेश पहुॅच सके। उन्होनंे यह भी कहा कि इस अभियान से स्वैच्छिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी जोड़ा जाये।
बैठक में इस कार्यक्रम के नोडल अधिकारी/अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा शिरीश जैन, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा नैपाल सिंह, अन्य चिकित्साधिकारी, पुलिस विभाग के अधिकारी गण, जिला कार्यक्रम अधिकारी डीके सिंह, जिला मनोरंजन कर अधिकारी जेपी चन्द्र तथा अन्य अधिकारियों के द्वारा भाग लिया गया-राकेश चौहान सूचनाधिकारी।