फर्जी मालिक या ब्रोकर बनकर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले गैंग का पर्दाफाश, 04 शातिर ठग गिरफ्तार

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (01/02/2023): आज 1 फरवरी को थाना सेक्टर-39 नोएडा पुलिस ने प्रॉपर्टी सेल्स एंड परचेज की वेबसाइट पर फर्जी मालिक या ब्रोकर बनकर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए 04 शातिर ठग/आरोपी अमितेश मिश्रा उर्फ करन मिश्रा मूल निवासी बिहार वर्तमान पता गली सेक्टर-49, नोएडा, अनिल चौहान निवासी ग्राम नगला नगली, मृत्युंजय चौबे निवासी बिहार वर्तमान पता फेस-2
और पुष्पेन्द्र निवासी ग्राम मेनपुरी वर्तमान पता ग्राम सलारपुर, थाना सेक्टर-39, गौतमबुद्धनगर को सेक्टर-46 से गिरफ्तार किया गया है।

आरोपियों के कब्जे से 01 एटीएम कार्ड, 7 फर्जी आधार कार्ड, 1 पासबुक व नगद 20,000 रूपये बरामद हुये है। आरोपियों द्वारा सेक्टर-46 नोएडा में किराये (रेन्ट) पर फ्लैट उपलब्ध कराने के लिए फ्लैट को किसी अन्य व्यक्ति के नाम से दर्शाकर, उसके नाम से फर्जी ऐग्रीमेंट कराना व वादी मुकदमा व अन्य लोगो से किराया व ब्रोकरेज के रूपये ले लेना तथा वादी मुकदमा एंव अन्य व्यक्तियों को फ्लैट भी उपलब्ध ना कराना।

अपराध करने का तरीकाः

आरोपियों द्वारा प्रोपर्टी सेल परचेस सम्बन्धी वेबसाईटस जैसे 99acres.com, magicbricks.com, housing.com आदि पर फ्लैट/कमर्शियल प्रोपर्टी आदि के फर्जी मालिक बनकर उस प्रोपर्टी को रेन्ट पर देने के लिये अपना ऐड एक मोबाइल नम्बर के साथ डालते है। जब कोई कस्टमर फ्लैट/कमर्शियल प्रोपर्टी आदि को चैक करता है तो आरोपियों के मोबाइल नम्बर पर उन कस्टमर का मोबाइल नम्बर विद नेम का मैसेज आता है।

जिसके बाद आरोपियों मे से करण उर्फ अमितेश मिश्रा प्रोपर्टी की लोकेशन व किराया सम्बन्धी बात करता है तथा कस्टमर से फ्लैट/कमर्शियल प्रोपर्टी को विजिट करने का समय निर्धारित करता है। समय निर्धारित होने के बाद आरोपी पुष्पेन्द्र कस्टमर को फ्लैट/कमर्शियल प्रोपर्टी विजिट कराता है तथा मौके पर ही फर्जी मालिक आरोपी अनिल चौहान से फोन पर बात कराता है बात कराने के बाद कस्टमर से टोकन मनी के रूप मे आरोपी मृत्युन्जय चौबे के बैंक अकान्ट मे 2,000 रुपये ट्राँसफर कराये जाते है। फिर दोबारा समय निर्धारित किया जाता है और आरोपी द्वारा एक फर्जी एग्रीमेन्ट बनाकर कस्टमर के हस्ताक्षर कराये जाते है तथा कस्टमर को उस एग्रीमेन्ट की मूल प्रति न देकर, छायाप्रति दी जाती है तथा कस्टमर से तीन महीन/छः महीने आदि का एडवाँस ट्राँसफर करा लिया जाता है तत्पश्चात अभियुक्तों द्वारा उस अकान्ट से पैसा निकाल कर आपस मे बाँट लिया जाता है।

इन आरोपियों द्वारा सभी मोबाइल सिम व बैंक अकाउन्ट अभियुक्त मृत्युन्जय के नाम से लिये गये है जो मूलतः बिहार का रहने वाला है। आरोपियों द्वारा दिनाँक 12-1-2023 से अब तक कुल 9 व्यक्तियों को अपने षडयन्त्र का शिकार बनाकर लगभग 7 लाख रुपये से अधिक की धनराशि लेने की जानकारी सामने आयी है।

1.अभियुक्त अमितेश मिश्रा उर्फ करण द्वारा कस्टमर से बात कर फ्लैट/कमर्शियल प्रोपर्टी को दिखाने हेतु समय निर्धारित करने का कार्य किया जाता है।
2.अभियुक्त पुष्पेन्द्र द्वारा कस्टमर को फ्लैट/कमर्शियल प्रोपर्टी को मौके पर जाकर दिखाया जाता है तथा फर्जी फ्लैट मालिक से फोन पर बात करायी जाती है।
3.अभियुक्त अनिल चौहान द्वारा फर्जी फ्लैट मालिक बन कस्टमर से फोन पर बात की जाती है तथा रेन्ट एग्रीमेन्ट तैयार कर एग्रीमेन्ट की छायाप्रति कस्टमर को दी जाती है।
4.अभियुक्त मृत्युन्जय द्वारा अपने बैंक खाते मे आये पैसो को निकालकर चारो व्यक्तियो में बाँट लेता है।