शिक्षा क्षेत्र कैंपस के अंदर ऐसे कार्य न हों, जो राष्ट्रीयता के विपरीत धारा को जन्म देते हों : योगी | उच्च शिक्षा कॉन्क्लेव

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (05 फरवरी 2023): लखनऊ में आयोजित उच्च शिक्षा कॉन्क्लेव में भाग लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “उत्तर प्रदेश भारत की आध्यात्मिक और धार्मिक परंपरा का हृदय स्थल है और उसका प्रतिनिधित्व देश और दुनिया के सामने करता है। उत्तर प्रदेश पूरी दुनिया के अंदर एक असीम संभावनाओं वाला प्रदेश माना गया है।”

 

आगे उन्होंने कहा कि “संस्थाओं को समाज की हर एक समस्या पर अपने आप को अध्ययन करने का एक केंद्र बनाना होगा। चाहे वो निजी क्षेत्र की हो, राज्य शासन से जुड़ी हो या फिर केंद्र शासन से जुड़ी हुई हो। हम अपनी जिम्मेदारियों से भाग नहीं सकते हैं। उन जिम्मेदारियों के साथ हम जिम्मेदारियों के साथ कार्य कर पाएंगे इस दिशा में हमें प्रयास आगे बढ़ाना होगा। मेरी आप सबसे अपील है निजी क्षेत्र में जो विश्वविद्यालय स्थापित करना चाहते हैं, देखिए हमने सारे बैरियर्स हटा दिए हैं। स्टेट के अंदर अब ये इश्यूज नहीं है कि किसी मंत्री का विश्वविद्यालय बनना है तो उसके लिए 10 एकड़ का हो और किसी अन्य व्यक्ति को इस क्षेत्र में पैसा लगाना है तो 100 एकड़ का हो, अब ऐसा नहीं होगा। अब एक व्यवस्था सबके लिए बना दी गई है। एक एक्ट सबके लिए लागू हो गया, उस एक्ट के अनुसार हमारे पास अच्छा इंफास्ट्रक्चर हो , अच्छी फेकल्टी हो और अच्छी लैब्स , डिजिटल लाइब्रेरी हो और उस प्रकार का माहौल हम अपने विश्वविद्यालय में दे और इस बात का ध्यान रखें कि भारत के मूल्यों और आदर्शों से कहीं भी कोई भटकाव की नौबत ना आने पाए। कोई भी ऐसे कार्यों उस कैंपस में ना हो जो अपने मूल्यों, अपने आदर्शों और राष्ट्रीयता से विपरीत कोई धारा को जन्म देता हो। अगर इस दिशा में हमारे प्रयास होंगे तो राज्य शासन के द्वारा जो सुविधाएं दी जा रही है उसके बेहतर परिणाम हमारे सामने आएंगे।”

बता दें कि सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को उच्च शिक्षा कॉन्क्लेव में शामिल हुए, जहां सीएम ने इस कॉन्क्लेव के ठोस परिणाम आने की उम्मीद भी जताई।