नोएडा एक्वा एवं दिल्ली ब्लू लाइन मेट्रो कनैक्टसिटी के लिये DPR में संशोधन प्रस्तावित : लोकेश एम, CEO NOIDA and MD, NMRC

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (12 दिसंबर 2023): नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्वा लाइन के विस्तार की वर्तमान डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट में एक्वा लाइन के सेक्टर-51 स्टेशन और दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन के सेक्टर-52 स्टेशन के बीच कनेक्टिविटी की बड़ी समस्या आ रही है। अब संशोधित डीपीआर की मंजूरी के बाद इस परियोजना का नये सिरे से शुभारंभ होगा।

स्थानीय लोगों के प्रदर्शन के बाद एमडी ने दिया आश्वासन

स्थानीय लोगों के प्रदर्शन के बाद एनएमआरसी के एमडी लोकेश एम ने लोगों को एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से आश्वासन दिया कि यह परियोजना एनएमआरसी की प्राथमिकता में रहेगी और स्थानीय लोगों की सहूलियत के लिए डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट में संशोधन किया जा रहा है, जल्द ही संशोधित डीपीआर प्रस्तुत किया जाएगा।स्वीकृत मेट्रो प्रोजेक्ट के कार्यान्वयन में देरी एवं बदलाव की स्थानीय लोगों के डर को भी लोकेश एम ने दूर कर दिया है ।

शुरुआती चरण में सेक्टर-51 और सेक्टर-52 स्टेशन को जोड़ने के लिए फुट ओवर ब्रिज कनेक्शन (एफओबी) की योजना बनाई गई थी। लेकिन दोनों स्टेशनों के बीच 430 मीटर की दूरी के कारण इससे यात्रियों की समस्या का स्थायी समाधान नहीं होगा। दो स्टेशनों के बीच 430 मीटर की दूरी तय करनी होगी। कम्यूटर्स को इस एफओबी कनेक्शन का उपयोग करना आसान नहीं होगा। इन तमाम समस्याओं के कारण मेट्रो फुटफाल में बढ़ोतरी नहीं हो सकती है।

डॉक्टर लोकेश ने प्रेस विज्ञप्ति में यह भी बताया है कि इसी तरह की समस्या एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के धौला कुआं स्टेशन और डीएमआरसी की पिंक लाइन के दुर्गा बाई देशमुख स्टेशन के बीच सामने आई है। जहां बाद में ट्रैवलेटर के साथ एफओबी कनेक्टिविटी प्रदान की गई है, लेकिन इससे समस्या का संपूर्ण समाधान नहीं हुआ ।

अतः: दोनों स्टेशनों के बीच कनेक्टिविटी का एक स्थाई समाधान निकालने की आवश्यकता है। इसको देखते हुए नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के एमडी लोकेश एम ने इसके स्थाई समाधान निकालने के लिए स्लाइट अलाइनमेंट की बात कही है। क्योंकि इस फैसले से नोएडा मेट्रो के फुटफॉल पर एक बड़ा असर देखने को मिलेगा।

दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा के साथ-साथ ग्रेटर नोएडा वेस्ट के यात्रियों को इंटरचेंज में आसानी और आराम प्रदान करने के उद्देश्य से परियोजना की डीपीआर में संशोधन कर बदलाव किया जा रहा है।