नोएडा प्राधिकरण में तीन दशक पुराने जमीन अधिग्रहण मामले में 90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का खुलासा हुआ है। मामला नोएडा के गेझा तिलप्ताबाद गांव से जुड़ा है। शहर में एक सेक्टर बसाने के लिए साल 1982 में इस गांव की जमीनों का अधिग्रहण किया गया था जिसका मुआवजा सभी किसानों को दे दिया गया था मगर बाद में इसमें बड़ी धोखाधड़ी उजागर हुई। प्राधिकरण के अधिकारियों की मिलीभगत से मुआवजे के तौर पर 90 करोड़ रुपए अतिरिक्त दिए गए।
अब तक की छानबीन में पता चला है कि अथॉरिटी के अधिकारियों की मिलीभगत से यह बड़ा घोटाला हुआ था और इस दौरान एक असिस्टेंट लीगल ऑफिसर की भूमिका सामने आई है और उसे सस्पेंड कर दिया गया है। प्राधिकरण ने जिलाधिकारी कार्यालय से उन सभी 9 लोगों से वसूली के लिए नोटिस जारी करने का आग्रह किया है, जिन्हें मुआवजे के नाम पर अतिरिक्त रकम दी गई।