छठी मईया फाउंडेशन के छठ गीत , छठ व्रती सम्मान समारोह और कवि सम्मेलन ने लोगों में भरी नई उमंग

नोएडा:-9 नवम्बर शाम 6 बजे नोएडा के सेक्टर 134 विश टाउन ,जेपी ग्रीन्स ,कोसमोस के सेन्ट्रल पार्क में छठ महोत्सव , सांस्कृतिक संध्या एवं कवि सम्मेलन का आयोजन छठी मईया फाउंडेशन के कार्यक्रम संयोजक एडवोकेट संदीप दूबे (फाउंडर प्रेसिडेंट) , रणजीत सिंह (नेशनल जनरल सेक्रेटरी) , साजेश प्रसाद (कन्वेंनर नोएडा) और उनके टीम द्वारा किया गया।

छठी मईया का पर्व मुख्य रूप से उत्तर भारत के राज्यों बिहार , झारखंड, और पूर्वी उत्तरप्रदेश में मनाया जाता है। छठ पूजा में छठी मईया के लिए व्रत किया जाता है, जो कि संतान प्राप्ति, संतान सुरक्षा और सुखमय जीवन के लिए किया जाता है। छठ सूर्य उपासना और छठी माता की उपासना का पर्व है क्योंकि इसमें उगते हुए सूर्य के साथ , डूबते हुए सूर्य को भी अर्घ्य दिया जाता है।
छठ का महापर्व चार दिनों तक मनाया जाता है , जिसमें पहले दिन को नहाय खाय, दूसरे दिन लोहंडा और खरना , तिसरे दिन संध्या अर्घ्य और चौथे दिन उषा अर्घ्य पूजा की जाती है।
छठी मईया फाउंडेशन के अध्यक्ष एडवोकेट संदीप दूबे ने छठी मईया कार्यक्रम के अवसर कहा कि अगर जीवन में जो भाव , जो शिक्षा है , जो सदगुहै जिससे मिली है आस्था वहीं है और कहा कि सोचने का जरिया अलग-अलग हैं हम किसी को मित्र समझ लेते हैं और कभी मित्र शत्रु के रूप में आ जाता है और तब हमें मार्ग दर्शन के गुरु की आवश्यकता होती है जो हमें जीवन में सही मार्ग दिखाए।

दिव्यज्योति जाग्रति संस्था के स्वामी विशालानंद जी ने छठ महोत्सव पर कहा कि प्रकृति ने दो नियम बनाए हैं नारी और पुरुष , दिन और रात ओर दोनों एक दूसरे के विपरीत है इसी प्रकार से हम जितने हीं मौसम देखते हैं गर्मी से सर्दी और सर्दी से गर्मी होती है और दोनों समय में हमारे यहां सदियों से व्रत की एक परंपरा है तो लोग सोचते हैं व्रत मतलब भोजन छोड़ना पर व्रत का मतलब भोजन छोड़ना नहीं है। व्रत का अर्थ है प्रतिज्ञा लेना जिससे की भीष्मपितामह ने ली थी। और साथ ही उपवास का अर्थ ईश्वर के निकट वास करना बताया और ये नवरात्रों से शुरू होता है और इसमें दो वास होते हैं एक ईश्वर के निकट वास करते हैं और दूसरे संकल्प लेते हैं विजय पथ फहराने का ।
नवरात्रों के नौ दिन युद्ध अभ्यास होता था और दसवें दिन शस्त्रों की पूजा करते थे।
भारत में 25 % से 30% लोग छठ का पर्व मनाने है तो इसलिए पर्यावरण दिवस 5 जून को नहीं मनाकर छठी मईया के पर्व के दिन मनाया जाना चाहिए। और जब छठ पूजा को राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाएगा तो इसको विश्व पर्यावरण दिवस मनाने में ज्यादा दिन नहीं लगगे।
और साथ ही हर एक MLA , MP ,CM को टेग करने को कहा और छठ पर्व को पर्यावरण दिवस के रूप में मनाने के लिए प्रार्थना करने को कहा।

पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (बीजेपी) श्याम जाजू ने छठ महोत्सव में कहा कि आज पूरे देश में जहां भी पूर्वांचल का व्यक्ति पहुंचा है वहां सभी जगह छठी मईया का पर्व धूमधाम से लोग मनाते हैं और छठी मईया का व्रत करते हैं इससे अपने जीवन में जो संस्कारों का महत्त्व है वो इस व्रत से व्यक्त होता है और स्वामी विशालानंद जी की छठी मईया के पर्व को पर्यावरण दिवस मनाने के संकल्प पर कहा कि हर व्यक्ति को अपने जीवन में पेड़ लगाने चाहिए और छठ को पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया के लिए प्रयास व प्रार्थना करने चाहिए।

दादरी के MLA तेजपाल नागर ने सभी को छठ मईया की बधाई देते हुए कहा कि छठी मईया कार्यक्रम में हम लोग यहां एकत्रित है और छठी मईया की हम सब पर कृपा है छठ मईया का व्रत धारण कर जीवन उद्धार , जीवन में सुख शांति ,तरक्की के लिए बहुत ही हर्षोल्लास के साथ पूर्व उत्तर से शुरू हुआ और आज पूरे देश में मनाया जाता है।

छठी मईया फाउंडेशन कार्यक्रम के अवसर पर कवि सम्मेलन का आयोजित किया गया साथ ही छठी मईया के गीतों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा और सभी श्रद्धालु भक्ति में झूमने लगे। इस अवसर पर विश्व विख्यात कवि शम्भू शिखर ( बिहार ) ने अपनी हांस्य कविताओं एवं प्रसंगों से श्रोताओं का भरपूर मनोरंजन किया। बाल कवि चेतन चर्चित ( इंदौर ) , राष्ट्रीय संस्कृतिक कवयित्री डॉ मधुमोहिनी उपाध्याय, कवयित्री शिखा सिंह (कानपुर) , वीर रस के कवि कमल आग्रने ( लखनऊ ) आदि ने श्रोताओंको मंत्रमुग्ध किया॥

गायिका शिखा मिश्रा ( मुम्बई ) ने छठ मैया की प्रार्थना स्वरूप गीत प्रस्तुत किए॥

छठ मईया फाउंडेशन कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि में रूप में पुर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (बीजेपी) श्याम जाजू , उपाध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन प्रदीप राय , दिल्ली पुलिस राम मनोहर , स्वामी विशालानंद जी दिव्यज्योति जाग्रति संस्था , महामंत्री दिल्ली प्रदेश दिनेश प्रताप सिंह , राष्ट्रीय महासचिव अ. जा. मोर्चा संजय निर्मल , रा व आचार्य शैलेश तिवारी मौजूद रहे।

 

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