आज दिनाँक 17.11.2021 को श्रीमती रितु माहेष्वरी, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, नौएडा के मार्गदर्षन में नौएडा प्राधिकरण द्वारा ठभ्म्स् के सहयोग से ब्ैत् थ्नदक से सैक्टर-16ए फिल्म सिटी के समीप स्थापित उत्तर प्रदेष के पहले वायु प्रदूषण नियंत्रण टावर का लोकार्पण डाॅ0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय, माननीय भारी उद्योग मंत्री, भारत सरकार के कर कमलों द्वारा श्री कृष्ण पाल, माननीय विद्युत एवं भारी उद्योग राज्यमंत्री, भारत सरकार एवं डाॅ0 महेष शर्मा, माननीय सांसद गौतमबुद्धनगर तथा श्री पंकज सिंह, माननीय विधायक, नौएडा एवं अन्य जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया गया।
विदित हो कि श्रीमती रितु माहेष्वरी, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, नौएडा के निर्देषानुपालन में श्मेक इन इंडियाश् पहल के अन्तर्गत नौएडा क्षेत्र में वायु प्रदूषण से निपटने हेतु नौएडा प्राधिकरण द्वारा वायु प्रदूषण नियंत्रण टावर डी0एन0डी0 के पास सैक्टर-16ए में ग्रीन बेल्ट पर लगभग 400 वर्गमी0 की जमीन पर स्थापित किया गया है। नौएडा-ग्रेटर नौएडा एक्सप्रेस-वे एवं डी.एन.डी. फ्लाईवे नौएडा शहर का मुख्य मार्ग है, जिस पर यातायात का घनत्व अधिक रहता है जिसके कारण वाहनों से प्रदूषण का उत्सर्जन अत्यधिक होता है। नौएडा प्राधिकरण द्वारा वायु प्रदूषण नियंत्रण टावर स्थापित किये जाने से उक्त स्थल के आस-पास के क्षेत्र में उत्सर्जित होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सकेगा तथा साथ ही आस-पास के सैक्टरों में बड़े पैमाने पर हवा साफ होगी तथा नौएडा वासियों को शुद्ध वायु मिलेगी। उक्त वायु प्रदूषण नियंत्रण टावर 1 वर्ग किलोमीटर के परीधी में प्रदूषित वायु को शुद्ध करेगा।
सर्वविदित है कि नौएडा समेत सम्पूर्ण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष शीतऋतु में वायु की गुणवत्ता खतरनाक स्तर तक गिर जाती है, जिसके कारण जनमानस को अत्यधिक असुविधा का सामना करना पड़ता है। सस्पेंडेड पार्टिकुलेट मैटर (एसपीएम), सल्फर डाइआॅक्साइड ;ैव्2द्ध नाइट्रोजन के आॅक्साइड्स ;छव्ग्द्ध एवं कार्बन मोनोआॅक्साइड ;ब्व्द्ध इत्यादि मिलकर वायु को प्रदूषित करते हैं। इस समस्या के निराकरण हेतु वायु प्रदूषण नियंत्रण टावर की स्थापना आवष्यक है।
वायु प्रदूषण नियंत्रण टावर बड़े पैमाने पर हवा को साफ करने के लिए डिजाइन की गई संरचना है। प्रदूषित हवा के वायु प्रदूषण नियंत्रण टावर में प्रवेष करने के बाद इसे वातावरण में पुनः छोड़ने से पहले कई परतों द्वारा साफ किया जाता है। वायु प्रदूषण नियंत्रण टावर को बड़े पैमाने पर वायु शोधक के रुप में उपयोग किया जा सकेगा।
वायु प्रदूषण नियंत्रण टावर की मुख्य विषेषतायेंः-
क्षमता (थ्पसजमतंजपवद त्ंजम) ः 80,000 घन मीटर प्रति घंटा
ऊँचाईः 20 मीटर
आवरण का व्यासः 4.5 मी0 है
आधार का व्यासः 7 मी0
भारः 37 मीट्रिक टन
ध्वनि स्तरः ढ65 डीबी
भूकंपीय डिजाइन अनुपालनः जोन प्ट
फिल्टरेषन हेतु कण का आकारः च्ड (पार्टिकुलेट मैटर) 2.5 तक
च्ड (पार्टिकुलेट मैटर) को छानकर आस-पास की वायु की गुणवत्ता में सुधार करता है।
इस टावर में 3 प्रकार के माध्यमों से वायु छनती हैः-
व डिमिस्टर
व प्लीटेड फिल्टर: च्ड 2.5 तक के आकार के पार्टिकुलेट मैटर हेतु।
व एक्टिवेटेड कार्बन फिल्टर: वातावरण की हानिकारिक गैसों को साफ करने हेतु।
नौएडा को प्रदूषण मुक्त किये जाने के उद्देष्य से श्रीमती रितु माहेष्वरी, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, नौएडा द्वारा प्रदत्त निर्देषों के अनुपालन में प्रदूषण की रोकथाम हेतु कड़े कदम उठाये जाने के दृष्टिगत इस वायु प्रदूषण नियंत्रण टावर को स्थापित किया गया है।
उक्त वायु प्रदूषण नियंत्रण टावर के संचालन में प्रतिवर्ष रु0 37.00 लाख का व्यय होना आंकलित है, जिसमें उपकरणों के अनुरक्षण में रु0 15 लाख तथा प्रतिवर्ष विद्युत आपूर्ति पर रु0 22 लाख का व्यय आयेगा।