10वें अंतराष्ट्रीय सेलफोन सिनेमा समारोह का उद्घाटन मारवाह स्टूडियो में किया गया जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में पीएचडी चैम्बर आॅफ काॅमर्स के अध्यक्ष गोपाल जिवराजक, हाॅलीवुड फिल्म निर्माता काॅर्ल बार्दोश, ग्लोबल टयूलिप गु्रप के माइक बैरी, फिल्म निर्देशक पंकज पाराशर, टीवी कलाकार सजीदा खान, सामाजिक कार्यकर्ता डा॰ मृदुला टंडन, चित्रकार मेहर जुनेजा, शिक्षक सचिन भारती उपस्थित हुए।
गोपाल जिवराजक ने कहा फिल्में समाज का आईना होती है लेकिन अच्छा फिल्म निर्माणकर्ता वही है जो समाज को अच्छी दिशा में ले जाए और एक मिसाल कायम कर जाए। सेलफोन आज हर इंसान की जरूरत है और पूरी दुनिया इस छोटे से फोन में समा गयी है और आज की भागती दौड़ती जिंदगी में घटनाएं इंतजार नहीं करती है और यह हमारी त्वरित सोच है जिसको हम इसमें कैद कर लें और एक फिल्म का नाम दे दे। हाॅलीवुड फिल्म मेकर काॅर्ल बार्दोश ने कहा हमने यह समारोह बहुत ही छोटे स्तर पर शुरू किया था लेकिन अब इसका 10वां संस्करण हो रहा है और मुझे बहुत खुशी है कि हर वर्ष यह तरक्की कर रहा है।
समारोह के अध्यक्ष संदीप मारवाह ने कहा फिल्मों में हर बात रिसर्च पर निर्भर करती है लेकिन जब हमने यह समारोह शुरू किया था तब इसमें कुल 30 फिल्मों की एंट्री हुई थी जो 10 सालों में 30 हजार तक पंहुच गयी है। इन फिल्मों में से चुनिंदा फिल्मों को कैश प्राइज तथा मोबाइल फोन भी दिया जाएगा।
फिल्म निर्देशक पंकज पाराशर ने कहा कई बार छोटी फिल्में दिल की गहराई में उतर जाती है और वही बड़ी फिल्मों का निर्माण करने पर मजबूर करती है। इस अवसर पर मेहर जुनेजा की पेटिंग्स प्रर्दशनी का भी आयोजन किया गया। मेहर ने कहा दिल और दिलों से जुड़ी हुई भावनाओं को कैनवस पर उतारना मेरा जूनून है और मेरी सभी पेटिंग्स दिल और दिमाग से जुड़ी हुई रहती है।
अंत में गोपाल जिवराजक को संदीप मारवाह ने इंटरनेशनल फिल्म एंड टेलीविजन की आजीवन सदस्यता प्रदान की।