नोएडा प्राधिकरण द्वारा आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा निर्देश एवं स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के अंतर्गत स्वच्छ इनोवेटिव टेक्नोलॉजी चैलेंज प्रतियोगिता का आयोजन माह दिसम्बर 2021 से किया गया जिसके अंतर्गत नोएडा में स्वच्छता सम्बन्धित समस्याओ के निवारण हेतु आमजनो, स्टार्टअप, उद्योगों, NGO आदि से उपाय एवं प्रस्ताव ऑनलाइन विधि से आमंत्रित किये गए।
इस प्रतियोगिता में प्राप्त उपायों एवं प्रस्तावो के मूल्यांकन हेतु नोएडा प्राधिकरण द्वारा एक जूरी-कमेटी का गठन किया गया जिसने सभी प्रतिभागियों के प्रोजेक्ट डाक्यूमेंट्स का आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार मूल्यांकन किया।
इस प्रतियोगिता में 31.12.2021 तक कुल 154 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया जिनमें से 84 प्रस्तावों को शार्ट लिस्ट कर दूसरे राउण्ड के लिए चयन किया गया। शार्ट लिस्टेड प्रतिभागियों के साथ जूरी मेम्बर्स की उपस्थिति में एक ऑनलाइन वर्कशॉप कर प्रतिभागियों से आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार प्रोजेक्ट प्रपोजल मंगाया गया। 50 प्रतिभागियों द्वारा इस क्रम में प्रोजेक्ट प्रपोजल तय समय के अंतर्गत प्रस्तुत किया गया। जूरी मेम्बर्स द्वारा इन 50 प्रोपोज़ल्स का तीसरे राउण्ड मे मूल्यांकन कर इनमे से 26 प्रोपोज़ल्स को अगले चरण में चयनित किया गया। चयनित 26 प्रोपोज़ल्स का ऑनलाइन प्रेजेंटेशन के जरिये आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार पुनः मूल्यांकन किया गया, जिसके पश्चात तीन जूरी मेम्बर्स ने आपसी सहमति से टाॅप 14 प्रोजेक्ट्स को अगले चरण के लिए प्रस्तावित किया। नोएडा प्राधिकरण ने जूरी मेम्बर्स द्वारा दिये गये अंको एवं भारत सरकार के दिशा निर्देशों का पुनः अवलोकन कर कुल 07 प्रोजेक्ट्स को नगद पुरस्कार के लिए चयन किया।
इस प्रतियोगिता में कुल 05 कैटेगरी क्रमशः सोशल इन्क्लूसिव, जीरो डंप / SWM प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट, ट्रांसपेरेंसी, लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट में कुल 15 पुरस्कार (प्रत्येक कैटेगरी में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार) प्रस्तावित थे, पर जूरी मेम्बर्स एवं नोएडा प्राधिकरण द्वारा विधिवत मूल्यांकन करने पर 07 प्रोजेक्ट्स को ही पुरस्कार के लिए योग्य पाया गया।
निखिल कुमार के स्मार्ट इंटीग्रेशन डस्टबिन एवं रजत त्यागी के IOT बेस्ड सीवर ओवर फ्लो मॉनिटरिंग टूल का नोएडा शहर स्तर 02 बेस्ट प्रोजेक्ट्स के तौर पर चयन कर इन्हे रू0 51,000/- एवं रू0 51,000/- के प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा।
इनमे से टाॅप 02 इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स (स्मार्ट सेग्रिगेशन डस्टबिन एवं IOT बेस्ड सीवर ओवर फ्लो मॉनिटरिंग टूल को नोएडा की तरफ से स्वच्छ भारत मिशन की स्टेट टीम को दिनाकं 21.01.2022 को राज्य स्तर एवं राष्ट्रीय स्तर पर चयन हेतु प्रेषित किया गया है। जिससे कि राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर इन इनोवेटिव टेक्नोलाॅजी प्रोजेक्ट्स को आवश्यक मान्यता एव आवश्यक सहयोग दिलाकर, नोएडा में स्वच्छता सम्बन्धित प्रद्यौगिकी एवं उद्यमिता को बढावा देकर, इससे सम्बन्धित स्टार्टअप्स विकसित किये जा सके।
05 अन्य पुरस्कार:सोशल इन्क्लूसिव में तृतीय पुरस्कार रविशंकर मिश्रा (स्वीपिंग प्रोजेक्ट टूल हेतु), जीरो डंप / SWM में तृतीय पुरस्कार प्रकृति मनोचा (कम्पोस्ट सेलिंग ऍप प्रोजेक्ट हेतु) प्रोजेक्ट वेस्ट मैनेजमेंट में द्रितीय पुरूस्कार राघव शर्मा (रीसाइकल्ड प्लास्टिक प्रोजेक्ट्स प्रोजेक्ट हेतु), तृतीय पुरूस्कार सुमित आनंद (प्लास्टिक टू फ्यूल प्रोजेक्ट हेतु ), ट्रांसपेरेंसी में द्रितीय पुरूस्कार मैसर्स एन्वायरो केयर (SWM प्रोजेक्ट ऍप हेतु), लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट में द्वितीय पुरस्कार मैसर्स एन्वायरो केयर (SWM प्रोजेक्ट ऍप हेतु) दिये जायेंगे।
चयनित कुल 07 प्रोजेक्ट्स के प्रतिभागियों को दिनाकं 31.01.2022 को एक विशेष समाराहे में मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा प्रथम पुरस्कार रू0 51,000/-, द्वितीय पुरस्कार रू0 31,000/- एवं तृतीय पुरस्कार रू0 21,000/- से सम्मानित किया जायेगा।
चयनित प्रोजेक्ट्स एवं अन्य इनोवेटिव उपायों को आगे नोएडा प्राधिकरण के स्वच्छ भारत मिशन रिसर्च एवं इनोवेशन सैल सैक्टर-39 में रिसर्च एव डेवलपमेंट के लिए सम्मिलित किया जायेगा। स्वच्छ भारत मिशन रिसर्च एवं इनोवेशन सैल के जरिये नोएडा मे स्वच्छता सम्बन्धित चुनोतियो पर मन्थन कर उसके उपाय विभिन्न सहयोगी संस्थाओं जैसे- HCL फाउंडेशन, एजुकेशन इंस्टीटूट्स, NGO आदि के सहयोग से निकाला जायेगा।