राष्ट्र और संविधान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए आज एमिटी विश्वविद्यालय में कोविड के नियमों का पालन करते हुए हाईब्रिड मोड (ऑनलाइन और ऑफलाइन) में 73वंा गणतंत्र दिवस मनाया गया। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा (श्रीमती ) बलविंदर शुक्ला द्वारा ध्वज फहराया गया। कार्यक्रम के अंर्तगत एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान और एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के चांसलर डा अतुल चौहान ने छात्रो, शिक्षकों आदि को ऑनलाइन संबोधित किया गया। इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित छात्रों द्वारा योगा सूर्य नमस्कार प्रस्तुत किया गया।
एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान ने ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी देश का विकास और उत्थान युवाओं के सहयोग के बिना संभव नही है और आजादी से अब तक हर स्तर पर देश के विकास में शिक्षण संस्थानों ने अह्म भूमिका निभाई है। डा चौहान ने कहा कि एमिटी मे ंहम छात्रों को देश के लिए कुछ करने और अपनी उर्जा को देश और समाज के कल्याण में उपयोग करने के लिए प्रेरित करते है। उन्होनें छात्रोे से कहा कि जब भी कोई संकट आता है तो वह अपने साथ अवसरों को लेकर आता है इसलिए सदैव उसक अवसर को समझें। राष्ट्र को आजादी प्रदान करने वाले, संविधान का निर्माण करने वाले और आज भी हमारी सुरक्षा के लिए हर वक्त तैयार सैन्य सेवाओं के लोगो के प्रति कृतज्ञ रहे।
एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के चांसलर डा अतुल चौहान ने छात्रो, शिक्षकों आदि को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि आज एमिटी परिवार इस पावन गणतंत्र दिवस पर देश को विश्व का सबसे बेहतरीन देश बनाने का संकल्प करता है। एमिटी ने सदैव राष्ट्र निर्माण के लिए कार्य किया है और युवाओं को शिक्षा के साथ मूल्य और संस्कार प्रदान किये है। आज एमिटी के छात्र शोध नवाचार, उद्यमिता, सैन्य सेवाओं, आदि सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहे है और मिलकर साझा प्रयास से ही देश का विकास संभव है। डा चौहान ने कहा कि हम मिलकर इस विश्व में परिवर्तन लायेगें।
एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला ने संबोधित करते हुए आजादी के अमृत महोत्सव के अंर्तगत आज देश का 73वंा गणतंत्र दिवस पूरे जोश के साथ मनाया जा रहा है। एमिटी के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान का मानना है कि बिना गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और संस्कारों के किसी भी राष्ट्र का विकास संभव नही है और आज युवाओं पर भारत निर्माण की जिम्मेदारी है और इसके लिए युवाओं में उत्साह के साथ मूल्यों और संस्कारों का होना आवश्यक है। हम सभी उनके इस ध्यये को पूरा करने में पूरे मनोयोग से लगे है।
एमिटी विश्वविद्यालय में आयोजित 73वें गणतंत्र दिवस पर छात्रों द्वारा योगा सूर्यनमस्कार प्रस्तुत करते हुए वंदे मातर्म पर सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर छात्राओं द्वारा देश भक्ती गीत जैसे ऐ वतन वतन, मिट्टी में मिल जांवा भी प्रस्तुत किया गया।
एमिटी विश्वविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव के अंर्तगत एमिटी बिजनेस स्कूल द्वारा ‘‘भारत के स्वतंत्रता संग्राम मे अनसुने नायको का जश्न – एक सबक या सिर्फ एक लोककथा’’ पर वाद विवाद प्रतियोगिता, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया। इसके अतिरिक्त एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ एप्लाइड सांइसेस द्वारा वाद विवाद प्रतियोगिता, इंद्रधनुष पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता, एमिटी स्कूल ऑफ इंजिनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी द्वारा क्वीज प्रतियोगिता, निंबध लेखन प्रतियोगिता, कविता पाठ प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ एजुकेशन के सृजन हिंदी लिटरेचर क्लब द्वारा कविता एवं गीत पाठ का कार्यक्रम ‘‘वीर गाथा’’ का आयोजन भी किया गया।