बलि देने की मंशा से 7 साल की मासूम बच्ची का अपहरण, पुलिस ने बचाई मासूम की जान।

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (16/03/2022): नोएडा के सेक्टर 63 से एक दिल दहलाने वाली एक घटना सामने आई है।

पुलिस ने बताया कि नोएडा के सेक्टर 63 में एक सात साल की बच्ची को उसके घर के बाहर से कथित तौर पर अपहरण करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बच्ची को आरोपी के कब्जे से सकुशल बचाकर परिजनों को सौंप दिया गया है।

आगे इस घटना के बारे में पुलिस ने देते हुए बताया कि दोनों आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि उन्होंने यह योजना इसलिए बनाई गई थी क्योंकि एक आरोपी को शादी करने में मुश्किल हो रही थी और एक “तालवादी” ने उसे होली (18 मार्च) के दिन “देवताओं को खुश करने” के लिए एक बच्चे की बलि देने के लिए कहा। और जिसके चलते उन्होंने ने बच्ची की बलि देने के उद्देश्य से अपरहण किया था।

लड़की के चाचा शत्रुघ्न कुमार ने 13 मार्च को पुलिस से संपर्क कर शिकायत की जिसमें उन्होंने ने बताया कि सेक्टर की छजरसी कॉलोनी में बच्ची अपने घर के बाहर खेल रही थी, तभी वह लापता हो गई।

बच्ची के परिजनों द्वारा शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले की जांच पड़ताल शुरू की। जांच पड़ताल के दौरान
कई क्लोज्ड सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरा फुटेज स्कैन किए गए और लगभग 200 लोगों से पूछताछ की गई।

पुलिस उपायुक्त (नोएडा सेंट्रल) हरीश चंदर ने कहा, हम एक फुटेज खोजने में कामयाब रहे, जिसमें एक व्यक्ति को लड़की को ले जाते हुए देखा गया था।

उन्होंने कहा कि पुलिस ने आरोपी सोनू (25) और उसकी बहनोई नीतू (31) दोनों एक ही कॉलोनी के रहने वाले हैं।

बच्ची को अगवा करने के बाद दोनों बस से मेरठ पहुंचे और बाद में बागपत जिले के खामपुर गांव में अपने गृहनगर पहुंचे।

डीसीपी ने कहा कि नोएडा पुलिस की एक टीम को तुरंत वहां भेजा गया और लड़की को सोमवार को बचा लिया गया।

“जांच के दौरान, दोनों आरोपियों ने कहा कि सोनू को शादी करने में मुश्किल हो रही थी और लगभग छह-सात महीने पहले एक शादी रद्द कर दी गई थी। सोनू की मुलाकात नीतू के भाई सतेंद्र से हुई, जो तांत्रिक है। सतेंद्र ने ही सोनू को सलाह दी थी कि वह देवताओं को खुश करने के लिए होली पर एक बच्चे की बलि दे ताकि उसकी शादी हो सके। बागपत निवासी सतेंद्र फरार है और पुलिस को भी साजिश में सोनू की दो बहनों (रेखा और वर्षा) के शामिल होने का संदेह है।

इनकी तलाश के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है। नोएडा पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 363 (अपहरण) और 364 (हत्या के लिए अपहरण या अपहरण) के तहत मामला दर्ज किया है।

इसी के साथ पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने मंगलवार को इस मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 50,000 रुपये के पुरस्कार की घोषणा की।