टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा(01–04–2022): गौतमबुद्ध नगर जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर पिछले तीन माह से मधुमेह की दवा उपलब्ध नहीं है। दवा नहीं होने से मरीज परेशान हो रहे है। जिला अस्पताल में प्रतिदिन 150-200 मरीज एनसीडी क्लीनिक में आते हैं। 75 मरीज प्रतिदिन मधुमेह के रजिस्टर होते हैं। अस्पताल में एंटी एलर्जिक सिट्राजिन की भी कमी है। इन दवाओं को बाहर से खरीदना मरीजों की मजबूरी है।
फार्मासिस्टों का कहना है कि जब से कॉर्पोरेशन को दवाओं की आपूर्ति का जिम्मा सौंपा गया है तब से दवाओं का संकट बढ़ा है। पहले दवा नहीं होती थी तो खरीद सीएमएस, सीएमओ स्तर से कर ली जाती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। दवा की आपूर्ति कार्पोरेशन ही करेगा। सीएमएस डा. सुषमा चंद्रा का कहना है कि दवाओं की आपूर्ति का जिम्मा मेडिकल कॉर्पोरेशन के पास है। इस संबंध में शासन को अवगत करा दिया है।
मुधमेह के रोगियों को समय पर दवा खाना जरूरी होता है। ऐसा नहीं होने से बीमारी बढ़ती जाती है। मधुमेह की दवा का मूल्य मेडिकल स्टोर पर पांच रुपये से लेकर 250 रुपये तक है। इस संबंध में डा. सुनील कुमार शर्मा, सीएमओ, गौतमबुद्धनगर का कहना है की दवाओं की आपूर्ति कार्पोरेशन के माध्यम से होती है। मधुमेह आदि कई रोगों की दवाएं काफी समय से नहीं आई हैं। इन दवाओं की डिमांड बनाकर कॉर्पोरेशन को भेजी जा चुकी है।