टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (08/04/2022): कहते हैं कि यदि में कुछ करने की जिजीविषा और दृढ़ संकल्प एवं इच्छाशक्ति हो तो आप जीवन में बड़ा से बड़ा मुकाम हासिल कर सकते हैं। ऐसे ही अपने लग्न और सच्ची मेहनत से कामयाबी का इबारत लिखा है आईपीएस फिरोज आलम ने। आइए हम जानते हैं कि फिरोज आलम का दिल्ली पुलिस में कॉन्स्टेबल से आईपीएस तक की यात्रा कैसी रही, और इस पूरे यात्रा में कितना संघर्ष करना पड़ा।
दिल्ली पुलिस में बतौर कांस्टेबल पद पर कार्यरत फिरोज आलम ने अपनी कड़ी मेहनत के बाद यूपीएससी का इम्तिहान पास कर अब एसीपी बन गए हैं।
जानें कौन हैं फिरोज आलम, और कैसी रही है उनकी यात्रा?
फिरोज मूल रूप से उत्तरप्रदेश के हापुड़ जिले के पिलखुवा के रहने वाले है। फिरोज के पिता का नाम मो. शहादत और माता का नाम मुन्नी बानो है।मध्यमवर्गीय परिवार में जन्में फिरोज पाँच भाई व तीन बहन है।
दिल्ली पुलिस कांस्टेबल के पद से रिलीव होकर फिरोज आलम ने बतौर ट्रेनी एसीपी दिल्ली पुलिस फिर से ज्वाइन किया है क्योंकि इन्हें यूपीएससी पास करने के बाद दिल्ली, अंडमान व निकोबार द्वीप समूह पुलिस सेवा कैडर मिला है, जिसके तहत आलम को दिल्ली में ही बतौर एसीपी पोस्टिंग मिली है। दिल्ली पुलिस में बतौर कांस्टेबल फिरोज आलम की नौकरी का आखिरी दिन 31 मार्च, 2021 था।
लाइब्रेरी में पढ़ने वाले बच्चों को दिए सफलता के सूत्र
फिरोज आलम ने बच्चों को सफलता के सूत्र बताते हुए बताया कि अपने आपको हमेशा पॉजिटिव रखो नेगेटिव चीजों से दूर रहो फैमिली और फ्रेंड्स से हमेशा तालमेल बनाकर रखो ।
झंडापुर लाइब्रेरी एक बहुत अच्छा संस्थान है हमेशा लाइब्रेरी में ही बैठकर एक पढ़ाई का माहौल बनता है।
फिरोज आलम ने अपना एक किस्सा साझा करते हुए बताया कि वह दिल्ली में कॉन्स्टेबल से सब इंस्पेक्टर पद की तैयारी करने गए थे लेकिन लाइब्रेरी का माहौल देखकर वह भी यूपीएससी की तैयारी में लग गए।
फिरोज आलम ने यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों को अपना मंत्र बताया कि हमेशा अपने इंटरेस्ट से विषय मत पढ़ो अगर आप यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं या किसी भी कंपटीशन एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं उस पेपर के इंटरेस्ट से अपना सिलेबस बनाओ । तब ही जाके आपको सफलता हाथ लगेगी।