टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (05/04/2022): भारतीय छात्रों को राहत मिलने की खबर सामने आई है भारत से बड़ी मात्रा में छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन जाते हैं यूक्रेन सरकार ने अपने यहां की अलग-अलग मेडिकल यूनिवर्सिटी में आखिरी साल की पढ़ाई कर रहे मेडिकल स्टूडेंट के लिए मई में प्रस्तावित होने वाले क्रोक 2 एग्जाम कैंसिल कर दिया है। एग्जाम क्लियर करने के बाद ही वहां पढ़ाई कर रहे मेडिकल छात्र को प्रैक्टिस के लिए लाइसेंस मिलता था। हालांकि अब वह लाइसेंस बिना एग्जाम के मिल जाएगा।
यह भारतीय छात्रों के लिए बड़ी राहत की खबर है अब फाइनल ईयर के स्टूडेंट को बिना परीक्षा दिए ही डिग्री मिल जाएगी।
तीसरी साल में पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स के लिए कोर्क1 एग्जाम को लेकर कोई निर्देश अभी तक जारी नहीं हुआ है। यूक्रेन सरकार के स्वास्थ्य विभाग के आदेश पर एग्जाम कैंसिल होने के बाद साल भर की पढ़ाई में टेस्ट और एक्टिविटी के आधार पर छठे साल के मेडिकल को एग्जाम में औसत नंबर देने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही कुछ सब्जेक्ट पूरे हो गए हैं उनके एग्जाम की सूचना कैंसिल होने की सूचना जल्द ही छात्रों को जल्दी मिल सकती है।
नोएडा से अधिक मात्रा में छात्र यूक्रेन पढ़ने गए हुए थे हालांकि रूस और यूक्रेन के युद्ध के बाद अधिकतर छात्र भारत वापस आ गए हैं।
नोएडा की संचिता शर्मा यूक्रेन की विनित्स्या नेशनल यूनिवर्सिटी में मेडिकल की 5 साल की पढ़ाई कर रही है उन्होंने बताया कि कैंसिल हुए सब्जेक्ट के एग्जाम में साल भर के टेस्ट और एक्टिविटी का आधार नंबर दिए जाएंगे । जून तक अभी सब्जेक्ट का कोर्स पूरा होने के बाद एग्जाम होने हैं, जो इन हालातों में मुश्किल लग रहा है।
यूक्रेन की मेडिकल यूनिवर्सिटी में छठे साल की मेडिकल छात्रा पूजा यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि लास्ट ईयर की जो छात्र पढ़ाई कर रहे हैं उनको डॉक्टर बनने के लिए क्राॅक 2 एग्जाम पास करना जरूरी था। अब स्थिति सामान्य नहीं होने पर यूक्रेन सरकार ने 24-25 मई को होने वाला एग्जाम रद्द कर दिया है।