टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा, (08/05/2022): अभी आपने हाल फिलहाल में देखा होगा बीजेपी नेता बग्गा के मामले में पंजाब और दिल्ली पुलिस आमने-सामने हो गई थी ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के नोएडा से सामने आया है।
दिल्ली से सटे नोएडा में टीवी एंकर अमन चोपड़ा को गिरफ्तार करने पहुंची राजस्थान पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा । चोपड़ा अपने घर से फरार मिले इसके बाद राजस्थान पुलिस ने स्थानीय पुलिस पर आरोप लगाया कि उसने उन्हें काफी देर इंतजार करवाया जिससे आरोपी को भागने का मौका मिल गया । नोएडा पुलिस ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है इस मामले को लेकर नोएडा में जमकर ड्रामेबाजी हुई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्थान के डूंगरपुर के एसपी सुधीर जोशी ने कहा कि यह दूसरी बार है जब नोएडा पुलिस ने उनके काम में बाधा डाली है, उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस ने हमारी टीम को उनके साथ पुलिस स्टेशन आने के लिए कहा हमारी टीम नोएडा पुलिस स्टेशन गई और उन्हें अमन चोपड़ा के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट दिखाया । इसके बाद जब टीम चोपड़ा के घर अरिहंत अपार्टमेंट पहुंची अमन चोपड़ा वहा नहीं मिले । जोशी ने आरोप लगाया कि 1 हफ्ते पहले भी नोएडा पुलिस ने उनके साथ ऐसा ही व्यवहार किया था।
राजस्थान के डूंगरपुर एसपी सुधीर जोशी का नोएडा के एसीपी 2 सेंट्रल नोएडा योगेंद्र सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि राजस्थान पुलिस की एक टीम चोपड़ा के खिलाफ गैर जमानती वारंट लेकर दोपहर करीब 3:00 बजे बिसरख थाने आई थी, उन्होंने कानून प्रक्रिया पूरी की हमारे दो पुलिस के जवान राजस्थान पुलिस के साथ गए थे । लेकिन चोपड़ा के घर पर ताला लगा था । इसके बाद राजस्थान पुलिस ने अमन चोपड़ा के घर के बाहर वारंट चिपका दिया। सिंह ने कहा कि राजस्थान पुलिस के लोग खुद थाने आए थे हमें किसी के आने की जानकारी नहीं मिली थी।
राजस्थान पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि चोपड़ा के खिलाफ 23 अप्रैल को आईपीसी आईटी अधिनियम के तहत बिछीवाड़ा पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। अमन चोपड़ा ने अपने शो में कथित तौर पर दावा किया था कि जहांगीरपुरी का बदला लेने के लिए अलवर में एक सदियों पुराने मंदिर को तोड़ दिया गया है। राज्य पुलिस के बीच का यह विवाद कोई पहला मामला नहीं है हाल ही में पंजाब हरियाणा दिल्ली पुलिस के बीच भी इसी तरह के की स्थिति बनी थी।