भारत की 75 वी गौरवशाली आजादी का महाअमृत महोत्सव

भारत की 75 वी गौरवशाली आजादी का महाअमृत महोत्सव पर
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा स्वच्छ भारत अभियान की हार्दिक शुभकामनाएं* पर्यावरण प्रभाव मूल्यांकन अधिसूचना 2006( विकास परियोजनाओं का मूल्यांकन कर पर्यावरण के अनुकूल पाए जाने पर ही संबंधित प्राधिकरण द्वारा परियोजनाओं को स्वीकृति देने से संबंधित ) हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री जी एवं हमारे उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री द्वारा स्वच्छ भारत अभियान मे बहुत बढ़ा योगदान है ताकी हिन्दूस्तान स्वच्छ बन सके लेकिन कुछ प्राधिकरण के अधिकारियो द्वारा स्वच्छ अभियान मे कोई भी योगदान नहीं है | नॉएडा:स्वच्छता अभियान या झूठ की दुकान नंबर वन स्वच्छ कैसे बने | देश में स्वच्छ भारत मिशन को लागू हुए करीब 8 वर्षों होने जा रहे हैं |हम सभी जानते हैं कि नोएडा क़ो बसे हुए कितना समय हो गया है नोएडा मे बसें छलेरा गांव से लगे एक सेक्टर 44 जो की नोएडा का आन बान शान व क्रीम सेक्टर माना जाता है क्योंकि इस सेक्टर मे बडे बडे मंत्री हो अधिकारी हो या सामन्य नागरिक हो सभी की कोई न कोई प्रॉपर्टी(मकान)लेकिन किसी का भी इस ओर ध्यान नहीं जाता है |ज़ब ये सेक्टर बना तो नोएडा प्राधिकरण के प्लानिंग डिपार्टमेंट ने नक्शा बनाते समय सभी क़ो सपना दिखाया की यहाँ पर पार्क मे कितनी हरियाली होंगी स्वच्छ वातावरण होगा गंदगी नहीं होंगी शुद्ध वायु होंगी बच्चो के लिए खेलने के लिए पार्क होगा बडे बुजुर्ग सभी के लिए घूमने के लिए पार्क होगा लेकिन सब सपने जूठे साबित ज़ब सेक्टर 44 मे रहने वाले निवासीयों ने नोएडा प्राधिकरण से जमीन लीं उस पर मकान व फ्लैट बनवाया तो अपने नोएडा प्राधिकरण व सरकार क़ो टैक्स, रजिस्ट्री, डेवलपमेंट के रूपये भी जमा किये जिससे सरकार व प्राधिकरण आपको उस जगह क़ो डेवलपमेंट करके रहने के लिए स्वछ वातावरण दे ऐसा आज तक नहीं हुआ यह केवल सेक्टर 44 का ही नहीं नोएडा के ओर भी कई सेक्टरों की यही हालत है | क्योंकि सेक्टर क़ो बसाने के लिए जो जमीने प्राधिकरण ने किसानो से लीं वह आज तक प्राधिकरण अपने कस्टडी(कब्जे)मे नहीं ले पाई क्योंकि लगभग 15 सालो से कोर्ट(न्यायलय) मे जमीन के मामले पेंडिंग मे पड़े है | जिसमे प्राधिकरण के अधिकारियो की मिली भगत से ये मामले सुलझ नहीं पाए | इसी कारण से यहाँ गंदगी का ये आलम है यदि कोर्ट(न्यायालय) मे मामले पेंडिंग है तो इस जमीन पर गंदगी के साथ जुगि झोपडी बनाने की अनुमति व मिलीभगत है किस अधिकारी की देन है |इसी कारण प्राधिकरण के अधिकारियो की कार्यप्रणाली ईमानदारी पर हमेशा प्रश्नचीन रहता है | इस समय नोएडा अथॉरिटी के अधिकारी ईमानदारी से कार्य करना शुरू कर दे तो यह सारी परेशानियां खत्म हो सकती हैं और हमारा नोएडा शहर नंबर एक पर इमानदारी से दिख सकता है जो केवल केवल कागजों व अख़बारों में ही दीखता है | इसका जीता जागता सबूत सेक्टर 44 है जहां गंदगी आलम यह है कि ना तो सफाई है , मच्छर पनप रहे हैं जिसकी वजह से बीमारियां फैल रही हैं | यह चित्र सेक्टर 44का है जो की नोएडा प्राधिकरण के नक़्शे मे पार्क का जगह है जिसे कूड़ाघर बना दिया गया है। यहां पर न तो प्राधिकरण के अधिकारियो का ध्यान जाता है इस परिस्थितियों मे गंदगी की जगह हरियाली होती ।बड़े बुजुर्ग बच्चों को सभी को खेलने और घूमने के लिए स्वच्छ हवा मिलती | काश प्राधिकरण के अधिकारि इस क़ो अपने संज्ञान लेते हुए इस पर कार्रवाई करने की कोशिश करें तो स्वच्छ भारत अभीयान के तहत अधिकारी इसको कोर्ट(न्यायालय )से जल्दी से जल्दी इस विवाद क़ो खत्म करवा के पार्क बनवाने की चेस्टा करें |यह इस समय की सभी आम नागरिकों की मांग है |
मनीष गुप्ता (सचिव) मौलिक भारत, दिल्ली एनसीआर