टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (01/08/2022): भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे बनकर तैयार है। इतने समय में नोएडा प्राधिकरण नोएडा -ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे की मरम्मत भी नहीं करवा पाई है।
नोएडा- ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर पुरानी सड़क उखाड़कर नई सड़क बनाने की 9वीं डेडलाइन 30 जून तक थी लेकिन 30 जून तक अभी भी काम पूरा नहीं हो पाया है। अब निर्माण एजेंसी ने नोएडा प्राधिकरण को पत्र भेजकर 30 नवंबर तक की समय की मांगी है।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के निर्माण ना होने से इसका खामियाजा हर दिन गुजरने वाले लाखों लोगों को ट्रैफिक जाम और अन्य समस्याओं के रूप में भुगतना पड़ रहा है। निर्माण में लापरवाही के लिए नोएडा प्राधिकरण सीएस इंफ्रा कंपनी को जिम्मेदार मान रही है अब तक एजेंसी पर 1.97 करोड़ रुपए नोएडा प्राधिकरण लगा चुकी है
नोएडा प्राधिकरण के टेंडर के अनुसार एक्सप्रेस वे की पहले से मौजूद सड़क को 5 सेंटीमीटर गहराई से काटकर पुराना मटेरियल निकालना है। फिर उसमें नया मटेरियल मिला कर दो परते बिछाई जानी है नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे करीब 24 किलोमीटर लंबा है इसमें 20 किलोमीटर का हिस्सा नोएडा क्षेत्र में आता है 61.53 करोड़ की लागत के इस काम को टेंडर नोएडा प्राधिकरण ने 2020 में टेंडर जारी किया । नोएडा प्राधिकरण एजेंसी के एग्रीमेंट के मुताबिक 2 जून 2021 को यह काम पूरा हो जाना चाहिए था लेकिन अभी तक यह काम पूरा नहीं हुआ है।
इस मरम्मतीकरण के लिए 9वीं डेडलाइन 30 जून थी और यह तय हुआ था के एजेंसी 15 जुलाई तक पूरा करवा लेगी। लेकिन एजेंसी लैंडलाइन पर काम पूरा नहीं करवा पाई अब एजेंसी ने 30 नवंबर तक का समय मांगा है।