टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (06/10/2022): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन्य प्राणि सप्ताह-2022 के अवसर पर 05 अक्टूबर को शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान, गोरखपुर में तेंदुए के 02 मादा शावकों को दूध पिलाकर उनका नामकरण (भवानी और चण्डी) किया। इस अवसर पर गंगा डॉल्फिन सम्बन्धी पोस्टर रिलीज किया तथा उत्तर प्रदेश के जलीय जीवों पर डाक विभाग के स्पेशल कवर का भी अनावरण किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों को विजयादशमी एवं वन्य प्राणी सप्ताह की बधाई देते हुये कहा कि विजयादशमी का यह पर्व सभी लोगों के जीवन मे समृद्धि और खुशहाली लाता रहे। उन्होंने कहा कि रामराज की भावना के अनुरूप मानव कल्याण के साथ प्रत्येक प्राणी की रक्षा व संरक्षण में सभी को अपना योगदान देना चाहिए। इसकी प्रेरणा हमें रामायण से भी मिलती है। रामायण की गाथा में अरण्य काण्ड जीव-जन्तुओं के संरक्षण, प्रकृति के प्रति दायित्वों, जीवों के प्रति व्यवहार की सीख देता है। अरण्य काण्ड में एक प्रकार से पूरी भारतीय ज्ञान सम्पदा समाहित है।
साथ ही मुख्यमंत्री ने रामचरित मानस की पंक्तियां ‘हित अनहित पसु पच्छिउ जाना, मानुष तनु गुन ग्यान निधाना‘ भी सुनाई। साथ ही कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम वन में माता सीता व अपने अनुज लक्ष्मण के साथ ही गए थे, लेकिन वनवास काल में उनकी मदद वनवासियों, भालू, वानर, गिद्ध यहां तक कि पेड़-पौधों व जंगल के नदी-नालों ने की। उन्होंने कहा कि मनुष्य भी तभी संरक्षित रहेगा, जब वह प्रकृति के प्रति और जीव-जन्तुओं के संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को लेकर सजग रहेगा। उन्होंने वन्यजीवों के संरक्षण हेतु सभी लोगों के योगदान की अपील की।
मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिकाधिक वृक्षारोपण की अपील करते हुए कहा कि एक-एक पेड़ की कीमत को समझते हुए उनका संरक्षण होना चाहिए, और 05 वर्ष में उत्तर प्रदेश में 100 करोड़ पेड़ लगाए गए। इस वर्ष 35 करोड़ वृक्ष लगाए गए हैं, इसे और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। पर्यावरण अनुकूल होगा, तो स्वास्थ्य की रक्षा के साथ ग्लोबल वॉर्मिंग की समस्या से भी बचा जा सकेगा।