नोएडा – उत्तर प्रदेश मे जब से योगी सरकार आयी है और योगी जी ने अपने मंत्रीओ के साथ साथ अधिकारिओ समय का सख्त पाठ है और समय पर काम करना सभी की पहेली प्राथमिकता होगी , और यही नजारा नोएड़ा मे भी देखने को मिला , प्राधिकरण में बृहस्पतिवार को मुख्य कार्यपालक अधिकारी का पदभार ग्रहण करते ही अमित मोहन प्रसाद एक्शन में नजर आए। सीईओ कार्यालय में कुर्सी पर बैठने से पहले उन्होंने प्राधिकरण के प्रत्येक विभाग का निरीक्षण किया। एक-एक विभाग में जाकर कार्यप्रणाली की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने समस्याओं को तत्काल प्रभाव से निस्तारित करने के निर्देश भी दिए।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमित मोहन प्रसाद सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे नोएडा प्राधिकरण के सेक्टर-छह स्थित प्रशासनिक कार्यालय पहुंचे। वह सीधे अपने चैंबर में गए, लेकिन कुर्सी पर नहीं बैठे। उन्होंने अपने कार्यालय में खड़े-खड़े आला अधिकारियों से बातचीत की। इसके बाद प्राधिकरण कार्यालय के विभिन्न विभागों में निरीक्षण करने के लिए निकल पड़े। अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी पीके अग्रवाल, शिशिर सिंह, डीएस उपाध्याय के साथ उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी के साथ वह सबसे पहले औद्योगिक विभाग गए। वहा उन्होंने प्राधिकरण कर्मियों से बातचीत की और कहा कि इस शहर की पहचान औद्योगिक विकास से है। ऐसे में औद्योगिक विकास के लिए समुचित कदम उठाए जाएं। वहा से निकलकर वित्त विभाग, आवासीय भूखंड, गु्रप हाउसिंग, वाणिज्यक, संस्थागत विभाग और विधि विभाग के अलावा प्राधिकरण में सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारियों से मिले। इस दौरान वह परियोजना अभियंताओं से भी मिले। इसके बाद उन्होंने नोएडा प्राधिकरण में मुख्य कार्यपालक अधिकारी का पद ग्रहण किया।
निरीक्षण के बाद सीईओ ने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ बोर्ड रूम में पहली बैठक ली। इस दौरान उन मुद्दों को प्राथमिकता के तौर पर रखा गया, जिनके लिए शहरवासी प्राधिकरण कार्यालयों में चक्कर काटते रहते हैं। हालाकि इन समस्याओं के सिटीजन चार्टर लागू कर दिया गया है। वहीं, फ्लैट निवेशक व बिल्डरों के बीच चल रही समस्या को भी प्राथमिकता के तौर पर रखा गया है।
बैठक में सीईओ ने नोएडा की औद्योगिक छवि को दोबारा विकसित करने के स्पष्ट निर्देश दिए। बैठक में बिल्डर और निवेशकों के बीच का मुद्दा भी प्राथमिकता से उठाया गया। इस दौरान उन्होंने निवेशकों के साथ हुई तीनों बैठक व उनमें लिए गए निर्णयों की जानकारी भी ली।