ऑनलाइन चैटिंग एप के माध्यम से महिलाओं से दोस्ती कर कस्टम के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 06 शातिर अपराधी गिरफ्तार

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (05/03/2023): शनिवार 4 मार्च को साईबर/आईटी सेल एवं थाना सेक्टर 20 नोएडा पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्यवाही करते हुए ऑनलाइन चैटिंग ऐप के माध्यम से लोगों से दोस्ती कर कस्टम के नाम पर ठगी करने वाले 06 शातिर ठग ओकोली स्टीफन मूल निवासी डेल्टा स्टेट निकट अफोर मार्केट नाईजीरिया हाल पता सुपर टैक इको बिलेज गोल्फ कन्ट्री जिला गौतमबुद्धनगर, ओकोसिन्धी माईकल मूल निवासी डेल्टा स्टेट निकट अफोर मार्केट नाईजीरिया हाल पता सुपर टैक इको बिलेज गोल्फ कन्ट्री जिला गौतमबुद्धनगर, उमादी रोलेण्ड मूल निवासी डेल्टा स्टेट निकट अफोर मार्केट नाईजीरिया हाल पता सुपर टैक इको बिलेज गोल्फ कन्ट्री जिला गौतमबुद्धनगर, ओकोली डेनियल मूल निवासी डेल्टा स्टेट निकट अफोर मार्केट नाईजीरिया हाल पता सुपर टैक इको बिलेज गोल्फ कन्ट्री जिला गौतमबुद्धनगर, ओकोली प्रोसपर मूल निवासी डेल्टा स्टेट निकट अफोर मार्केट नाईजीरिया हाल पता सुपर टैक इको विलेज गोल्फ कन्ट्री जिला गौतमबुद्धनगर और कुन्जंगमो पत्नि हैनरी निवासी ग्राम किन्द्रा रपतेन ट्रोन्सा स्टेट थाना ट्रोन्सा भूटान को सूपरटेक इको विलेज थाना दनकौर गौतमबुद्धनगर से गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त 03 लेपटॉप, 17 मोबाइल, 01 इन्टरनेट डोगल, 40,860/- रूपये, 03 पासपोर्ट व एक स्कूटी यामहा फसीनो यूपी 16 बीके 8421 बरामद।

अपराध करने का तरीका व प्रमुख तथ्यः-

आरोपी का एक संगठित गिरोह है यह मूल रूप से नाइजीरिया देश के निवासी है। जो भारत में वर्ष 2021 में पढाई एवं इलाज के वीज़ा पर आए थे, इनके वीजा की समय अवधि 2021 के 06 माह पश्चात समाप्त हो चुकी थी। समयावधि समाप्त होने के उपरान्त भी यह आरोपी अपने मूल देश वापस नहीं गए और उक्त संगठित अपराध कारित करने लगे।

आरोपियों द्वारा विभिन्न डेटिंग एप जैसे TINDER, BUMBLE, OK CUPID, BADOO, HINGE आदि इस्तेमाल कर अपनी फेक प्रोफाइल तैयार की जाती है और अपने आप को प्लास्टिक सर्जन एवं स्वयं को भारत का मूल निवासी बताकर महिलाओं से मित्रता कर लेते हैं। इसके पश्चात योजना के अनुसार अपराधी द्वारा स्वंय को भारत आने पर एयरपोर्ट पर स्वयं को कस्टम चेंकिग के दौरान विदेशी मुद्रा लाने के नाम पर पकडे जाने की फर्जी कहानी तैयार कर लेते है। इसके बाद इन्ही के गिरोह की महिला अपराधी द्वारा कस्टम ऑफिसर बनकर अपने जाल में फंसाई गई महिला को कस्टम द्वारा पकडे गए व्यक्ति को छुडाने के नाम पर कस्टम डयूटी के रूप में रूपये लेकर उनसे पैसों की ठगी की जाती है।

आरोपियों द्वारा महिलाओं के साथ उक्त तरीके के अपराधों को पिछले करीब 07-08 वर्षों से लगातार किया जा रहा है । इनके द्वारा सैकडों की संख्या में महिलाओं को टारगेट कर अपराध कारित किये गए है।

आरोपियों द्वारा भारतीय महिलाओं के अतिरिक्त विभिन्न देशों जैसे पुर्तगाल, स्वीडन, नीदरलैंड आदि देशों की महिलाओं के साथ मित्रता कर उनके साथ इसी प्रकार की ठगी की जा रही थी।

आरोपियों द्वारा ठगी से प्राप्त किए गए पैसों को विभिन्न फर्जी खातों में ट्रान्सफर कर, अपने देश नाईजीरिया की करेन्सी “नायरा” में परिवर्तित कर अपने शौक पूरे किये जाते है।

अपराधियों के द्वारा प्रयोग किए जा रहे बैंक खातों में स्टेट बैंक में करीब 01 लाख 25 रूपये की धनराशी को फ्रीज कराया गया है।