एडीसीपी ने महिलाओं को किसी भी प्रकार की छेड़छाड़, भेदभाव या यौन उत्पीडन को चुपचाप न सहने के लिए प्रेरित

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (25/04/2023): सोमवार, 24‌ अप्रैल को थाना फेस-2 क्षेत्र के अंतर्गत Capgemini कॉल सेंटर में आयोजित मिशन शक्ति कार्यक्रम के अन्तर्गत कॉल सेंटर में काम करने वाली सभी महिलाओं को आत्मसुरक्षा व महिला सशक्तिकरण के संबंध में जागरूक किया गया।

बता दें कि एक सशक्त महिला समाज के विकास में अहम भूमिका निभाती है। आज की महिलाओं का जागरूक व आत्मनिर्भर होना अत्यंत आवश्यक है, जिससे वह अपने हितों के साथ-साथ अन्य महिलाओं की और अपने बच्चो के हितों की सुरक्षा कर सके और समाज को एक जिम्मेदार नागरिक दे सके, हमारे समाज में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए हम सभी एक संयुक्त प्रयास कर रहे हैं, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और स्थानीय तौर पर उपलब्ध संसाधनों के लिए महिलाओं को संबंधित सेक्टरों में सक्षम बनाना है।

उनके द्वारा सभी महिलाओं को अपने परिवार को ज्यादा से ज्यादा समय देने के लिए बताया गया साथ ही समझाया गया कि वह अपरिचित नंबर से बात करने से बचें और अपरिचित वीडियो कॉल को कभी रिसीव न करे व सभी प्रकार के साइबर फ्रॉड के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। अपनी व परिवार के सुरक्षा के प्रति जागरूक करते हुए उन्हे किसी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत महिला हेल्पलाइन नंबर 181, वूमेन पावर लाइन-1090, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 या पुलिस हेल्पलाइन नंबर डायल-112 के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए तुरंत सहायता लेने के लिए बताया गया।

एडीसीपी महिला सुरक्षा ने महिलाओं को किसी भी प्रकार की छेड़छाड़, भेदभाव या यौन उत्पीडन को चुपचाप न सहने के लिए प्रेरित किया गया और बताया गया कि गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट में सभी थानों पर महिला हेल्प डेस्क बनी हुई है तथा महिला सुरक्षा इकाई कार्यरत है, जिसपर हर समय महिला पुलिसकर्मी उपस्थित रहती है और महिला पुलिसकर्मी द्वारा सभी शिकायतों को ध्यानपूर्वक सुनते हुए जानकारी को गोपनीय बनाए रखते हुए हरसंभव मदद प्रदान की जाती है। पुलिस द्वारा महिला संबंधी सभी मामलों में त्वरित कानूनी कार्यवाही की जाती है। उनके द्वारा कॉल सेंटर में उपस्थित सभी महिलाओं का हौसला बढ़ाया गया और उन्हे आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित किया गया और उनकी प्रशंसा की गई। उन्होंने सभी उपस्थित लोगों से अपील भी की ये सब महत्वपूर्ण जानकारियां घर जाकर अपने परिवार व बच्चों से शेयर करें ताकि अगर वो भी किसी आपात स्थिति में फसें तो हिम्मत से पुलिस सहायता प्राप्त कर सकें।