टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (21/05/2023): थाना सेक्टर 39 पुलिस को गोपनीय सूचना मिली कि थाना क्षेत्र में कुछ आरोपी सवारियों को गाडी में बैठाकर लूट की घटना को अजांम देने का अपराध कर रहे है। पुलिस द्वारा लोकल इटेलिजेन्स के माध्यम से सूचना के आधार पर कार्यवाही करते हुये आज रविवार, 21 मई को थाना सेक्टर 39 नोएडा पुलिस द्वारा गाडी में बैठाकर लूट करने वाले 04 आरोपी राजेश कश्यप उर्फ भेड़ा, यशपाल कश्यप, विजय कश्यप और अवनीश कुमार को सेक्टर 44 रोड से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों कब्जे से 02 तमंचे 315 बोर, 04 जिंदा कारतूस 315 बोर, 02 अवैध चाकू, 52,050 रूपये नगद तथा घटना मे प्रयुक्त एक स्विफ्ट डिजायर कार बरामद किए गए हैं।
आरोपी द्वारा पूछताछ पर बताया की हमने नोएडा के अलग अलग स्थानों से सवारियों को गाडी में लिफ्ट देकर व बंधक बनाकर उनसे लूटपाट की घटना को अंजाम दिया है। 07 और 16.05.23 को भी सेक्टर 37 नोएडा से हमने ही गाडी में सवारियों को लिफ्ट देकर नगदी एवं मोबाइल लेकर पेटीएम/एटीएम के द्वारा भी रूपये ट्रांजेक्शन किये थे।
अपराध करने का तरीका-
आरोपी सैक्टर-37 चौराहा व नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे , एडवांट व परि चौक के आस-पास, गाजियाबाद तथा एनसीआर क्षेत्र भीडभाड चौराहों पर यात्रियो को लिफ्ट देकर गाडी मे बैठा लेते है तथा गन पाइंट पर लेकर उनसे एटीएम ,क्रेडिट कार्ड व पीडित का मोबाईल आदि छीन कर पेटीएम आदि से रूपये ट्रांजेक्शन करा लेते है।
आरोपियों द्वारा पीली नम्बर प्लेट की ओला व उबर (OLA / UBER) का प्रयोग करते है। जिससे इनपर किसी को शक न हो।
जब भी आरोपियों घटना करने के लिए निकलते है। तो (OLA / UBER) आईडी को बन्द कर देते है।
आरोपियों द्वारा केवल रात्रि में ही घटनाओं को अंजाम दिया जाता था।
इस गैग का मास्टर माईन्ड राजेश है। जिसके विरुद्ध भिन्न-2 जनपद के भिन्न-2 थानो में करीब करीब 02 दर्जन मुकदमें दर्ज है।
यात्रियो द्वारा बरती जाने वाली सावधानियो के सम्बन्ध मे आवश्यक दिशा निर्देश-
• OLA / UBER का प्रयोग करते समय आनलाइन बुकिंग का ही प्रयोग करें।
• कभी भी किसी प्राइवेट गाडी से लिफ्ट न लें।
• अगर किसी गाडी में दो-तीन लडके बैठे हो उसका प्रयोग कदापि नही करें।
• हमेशा पब्लिक ट्राँसपोर्ट का ही इस्तेमाल करें ।
• अगर ऐप बेस्ड कैब बुक कर रहे है तो सबसे सेफ, लेकिन किराये पर भी कैब बुक कर रहे है तो बैठने से पहले गाडी के नम्बर की फोटो खीचकर अपने किसी परिजन को जरूर भेजें ताकि कल को कोई अप्रिय स्थिति हो तो ड्राईवर को नम्बर के जरिये ट्रेस कर सके
• मोबाईल के साथ मौजूद डायरी मे या एटीएम कवर पर कभी UPI PIN/ DEBIT CARD PIN/ NET BANKING PASSWORD लिख कर रखने से बचे
• गाडी में बैठते ही अपनी लोकेशन अपने परिजनों को अवश्य भेज दें।
• गाडी में बैठते ही ड्राइवर का नम्बर लेकर उसपर कॉल करके देख लें कि यह नम्बर ड्राइवर के पास ही है तथा उस नम्बर को अपने परिजन को भेज दें।