टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (03/06/2023): गौतमबुद्ध नगर पुलिस जनपद में अपराध करने वाले अपराधियों का लगातार भंडाफोड़ कर रही है। नोएडा पुलिस ने 1 जून को फर्जी फॉर्म जीएसटी नंबर सहित बिना माल की डिलीवरी किए बिल तैयार कर जीएसटी रिफंड को लेकर सरकार को 14 हजार करोड़ का नुकसान पहुंचाने वाले 08 शातिर अपराधी का भांडाफोड किया है। आरोपी यासीन शेख, पाण्डे को फिल्म सिटी मेन रोड से गिरफ्तार किया गया है आरोपी आकाश सैनी, विशाल, राजीव, अतुल सेंगर, दीपक मुरजानी और एक महिला आरोपी विनीता को जीबोलो कम्पनी कार्यालय मधु विहार दिल्ली से गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 12 लाख 66 हजार रूपये नगद, 2660 फर्जी तैयार की गयी जीएसटी फर्म की सूची, 32 मोबाइल फोन, 24 कंप्यूटर सिस्टम, 4 लैपटॉप, 3 हार्ड डिस्क, 118 फर्जी आधार कार्ड, 140 पैन कार्ड, फर्जी बिल, 03 लग्जरी कारें बरामद हुई है।
गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि आरोपियों का यह एक संगठित गिरोह है इनके द्वारा पिछले पांच वर्षों से फर्जी फर्म जीएसटी नम्बर तैयार कराकर फर्जी बिल का उपयोग कर जीएसटी रिफन्ड कर (ITC इंपुट टैक्स क्रेडिट) प्राप्त कर सरकार को हजारों करोड़ के राजस्व का नुकसान पहुंचाने का अपराध किया है। यह गिरोह फर्जी फर्म जीएसटी नम्बर बनाकर अनुचित लाभ प्राप्त करने का अपराध दो टीम बनाकर करते है। प्रथम टीम फर्जी दस्तावेज फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, रेन्ट एग्रीमेन्ट, इलेक्ट्रीसिटी बिल आदि का उपयोग कर फर्जी फर्म जीएसटी नम्बर सहित तैयार करते हैं और जबकि दूसरी टीम फर्जी फर्म जीएसटी नम्बर सहित को प्रथम टीम से खरीद कर फर्जी बिल का उपयोग कर जीएसटी रिफन्ड (ITC इंपुट टैक्स क्रेडिट) प्राप्त कर सरकार को हजारों करोड का चूना लगाते हैं।
दीपक मुरजानी प्रथम टीम का मास्टर माइंड है। यह गैंग को संचालित करता हैं। यह फर्जी दस्तावेज, आधार कार्ड, पैन कार्ड, रेन्ट एग्रीमेन्ट, इलेक्ट्रीसिटी बिल आदि का उपयोग कर फर्जी फर्म जीएसटी नम्बर तैयार कराता है तथा तैयार की गई फर्जी फर्म को विक्रय करने के लिए क्लाइंट (द्वितीय टीम) तलाश करने का कार्य करता है। इसके द्वारा फर्म बेचने के मोटे रूपये लिए जाते हैं। इन फर्म में फर्जी पैन कार्ड लिंक होता है और उस पैन कार्ड से जीएसटी नम्बर बनाए जाते हैं।
वहीं मोहम्मद यासीन शेख यह प्रथम टीम का प्रमुख सदस्य है। जो फर्म रजिस्टर्ड कराने की टेक्नोलॉजी और उस फर्म का जीएसटी बनाने की प्रक्रिया से पूर्व से भलि भाँति परिचित है। यह पूर्व में मुम्बई मे वेबसाइट तैयार करने का कार्य करता था। यह अपने साथ कुछ युवा लडकों को रखता है, जिन्हें समय-समय पर प्रशिक्षित करता है। इसके द्वारा जस्ट डायल के माध्यम से डेटा लेकर फर्जी तरीके से फर्म बनाई जाती है।
अपराधियों की प्रथम टीम द्वारा भी आठ फर्जी फर्म जीएसटी नम्बर को उपयोग में लाया जा रहा है। जिनके लिए विभिन्न बैंको के चार फर्जी खातों झमेली चौपाल, जिबोलो, रजनीश झा, विवेक झा का प्रयोग किया गया है। अपराधियों द्वारा फर्जी रजिस्टर की गई एक फर्म के माध्यम से एक माह में करीब दो-तीन करोड की धन राशि के फर्जी बिलों का उपयोग कर आर्थिक लाभ लिया। साथ ही दोनों टीम आपस में फेस-2-फेस मुलाकात नहीं करते हैं और बात करने के लिए अधिकांश यह वॉटसएप कॉलिंग एवं मेल का प्रयोग करते हैं। इस गैंग के दिल्ली में मधु विहार, शहादरा और पीतमपुरा ऑफिस संचालित है।
वहीं अपराधियों की द्वितीय टीम में फरार अपराधी आंछित गोयल, प्रदीप गोयल, अर्चित पता अज्ञात, मयूर उर्फ मणि नागपाल, चारू नागपाल, रोहित नागपाल, दीपक सिंघल व इनके अलावा अन्य अज्ञात व्यक्ति हैं। इसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं जल्द सभी आरोपियों गिरफ्तार कर लिया जाएगा।