टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (12/06/2023): नोएडा से अपहरण कर फिरौती मांगने की एख बड़ी खबर सामने आई है। बता दें कि पैसे के लालच में आकर एक दोस्त ने नोएडा के सेक्टर-73 में स्थित एक सोसायटी में अपने दोस्त एफसीआई अधिकारी का अपहरण कर लिया। फिर एफसीआई अधिकारी की पत्नी से 40 लाख की फिरौती की मांग की। जिसके बाद एफसीआई अधिकारी की पत्नी ने अपहरणकर्ता को करीब साढे चार लाख ट्रांसफर कर बाकी के पैसे भेजने के लिए समय मांगा। लेकिन जब पैसा का इंतज़ाम नहीं फिर एफसीआई अधिकारी की पत्नी ने इस मामले की थाना सेक्टर-113 पुलिस को दी। फिर नोएडा पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर टीम बनाई और रविवार को राजस्थान से एफसीआई अधिकारी को सकुशल अपहरणकर्ता से कब्जे से मुक्त कराया और दोनों अपहरणकर्ता को गिरफ्तार किया।
एफसीआई अधिकारी की पत्नी 10 जून को थाना 113 में लिखित सूचना दी कि उसके पति सुमित कुमार सिंह 8 जून को घर से आवश्यक कार्य से बाहर गये थेे। लेकिन देर रात तक भी उनके पति घर नहीं लौटे और 9 जून को एफसीआई अधिकारी ने अपनी पत्नी को फोन कर बताया कि उनका अपहरण हो गया है और मैंने इन लोगों से उधार पैसे लिए थे। और मुझे छोड़ने के लिए 40 लाख रुपए मांग रहे हैं। अगर पैसे नहीं दिए तो ये लोग मुझे जान से मार देंगे। फिर थाना सेक्टर 113 नोएडा पुलिस ने इस मामले में जांच पड़ताल शुरू की। इस मामले की गंभीरता के दृष्टिगत थाना सेक्टर-113 नोएडा पुलिस द्वारा तीन टीमों का गठन किया। जांच-पड़ताल के दौरान प्रकाश में आये दो आरोपी संजीव कुमार उर्फ सोनू और अशोक पुत्र कालू राम को इलेक्ट्रानिक सर्विलांस एवं लोकल इंटेलिजेंस की सहायता से रविवार, 11 जून को समय 15.10 बजे दौसा शहर जनपद दौसा राजस्थान से गिरफ्तार किया । जिनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त हुण्डई वेन्यू कार व घटना में प्रयुक्त एक मोबाइल फोन (आई-फोन) के साथ गिरफ्तार किया। साथ ही एफसीआई अधिकारी सुमित कुमार सिंह को मुक्त कराया।
पुलिस ने बताया कि सुमित कुमार सिंह 2017 में एफ.सी.आई विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर भर्ती हुआ था। जिसकी नियुक्ति बद्दी हिमाचल प्रदेश में थी जोकि नियुक्ति के दौरान विभागीय कार्यवाही से निलंबित हो गया था। जिसके बाद परिवार सहित वर्ष 2020 से हरी निवास आसरा एन्क्लेव सेक्टर 73 नोएडा थाना सेक्टर 113 नोएडा में रह रहा है। इसी दौरान सुमित कुमार सिंह की मुलाकात हर्ष उर्फ बलराम गुर्जर निवासी सरजोरी थाना जमो रामगढ़ जिला जयपुर राजस्थान से हुई। संजीव कुमार उर्फ सोनू राजस्थान में कोचिंग सेंटर चलाता है। हर्ष उर्फ बलराम गुर्जर व संजीव कुमार पहले से ही एक-दूसरे से परिचित थे। हर्ष उर्फ बलराम गुर्जर ने संजीव कुमार उपरोक्त की मुलाकात सुमित कुमार से करायी। सुमित कुमार ने अपने आप को परीक्षाओं के पेपर सॉल्वर बताकर संजीव कुमार से कई लोगो की नौकरी लगवाने के नाम पर करीब 50 लाख रूपये ले लिये थे। जिसके एवज में सुमित कुमार द्वारा वादे के अनुसार कोई भी पेपर सॉल्व नही दिया गया। इस कारण संजीव कुमार 08 जून को अपने साथियों के साथ नोएडा आकर हर्ष उर्फ बलराम व सुमित कुमार को पूर्व से परिचय का व्यवहार दिखाकर अपनी हुण्डई कार में बैठा लिया तथा बैठाने के बाद मारपीट कर मृत्यु का भय दिखाकर सुमित कुमार व उसके साथी को जगह-जगह गुप्त स्थानों पर छिपाकर दोनो के साथ मारपीट कर मृत्यु का भय दिखाकर। सुमित कुमार की पत्नी व रिश्तेदारों से करीब 5 लाख 60 हजार रूपये सुमित कुमार के फोन-पे पर लिए तथा सुमित कुमार जो आरोपियों के कब्जे में था उसके फोन से आरोपियों द्वारा अपने रिश्तेदारों/सम्बन्धियों के फोन में लगभग 60 हजार रूपये ट्रांसफर कर चुके थे। शेष करीब 5 लाख रूपये तकनीकी समस्या के कारण ट्रांसफर नही हो पाये थे। जिसे ट्रांसफर करने के लिये लगातार प्रयास कर रहे थे।।