नोएडा में बना चंद्रयान -3 का ये महत्वपूर्ण पार्ट्स, जानकर आप भी होंगे गौरवान्वित

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नोएडा (25 अगस्त, 2023): चांद पर navigate करने के लिए तैयार प्रज्ञान रोवर के साथ, क्रेटर से भरी चंद्र सतह को पार करने के लिए इसकी आंखें यानी जो कैमरे यूज हो रहा है उसका निर्माण नोएडा में हुआ है।

जब भारत ने बुधवार को चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के साथ इतिहास रचा तो नोएडा वासी भी गौरवान्वित हुए। दरअसल, रोबोट टेक्नोलॉजीज ने चंद्रमा मिशन श्रृंखला पर इसरो के साथ मिलकर काम किया है, और अब उसकी नजर चंद्रमा पर है, क्योंकि उसकी भागीदारी भी महत्त्वपूर्ण है।

सॉफ्टवेयर मूल रूप से चंद्रयान-2 के लिए विकसित किया गया था, लेकिन तब रोवर को तैनात नहीं किया जा सका था। अब इसका इस्तेमाल चंद्रयान-3 में किया गया है. विदेशी अंतरिक्ष एजेंसियां काफी महंगे कैमरे का इस्तेमाल करती हैं, लेकिन प्रज्ञान रोवर में सिर्फ दो कैमरे का इस्तेमाल किया गया है। इस कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी का कहना है कि हम बहुत उत्साहित हैं और अपने सॉफ्टवेयर का उपयोग करके प्रज्ञान रोवर को चंद्रमा की सतह पर नेविगेट करते हुए देखने के लिए उत्सुक हैं।

नोएडा के सेक्टर 125 में स्थित ओम्निप्रेजेंट टैक्नोलॉजीज नामक कंपनी द्वारा निर्मित कैमरों के जरिए ही रोवर प्रज्ञान तस्वीरें ले रहा है। इतना ही नहीं नोएडा की इसी कंपनी ने रोवर प्रज्ञान के साफ्टवेयर का एक बड़ा हिस्सा भी तैयार किया है। ओम्निप्रेजेंट रोबोट टैक्नोलॉजीज के सीईओ आकाश सिन्हा हैं। सिन्हा का कहना है कि रोवर प्रज्ञान में उनकी कंपनी द्वारा डिजाइन किए गए कैमरे लगे हुए हैं। ये कैमरे ही रोवर प्रज्ञान की आंखों का काम कर रहे हैं। आकाश सिन्हा ने बताया कि यूं तो रोवर में अनेक कैमरे भी लगाने का चलन है किंतु रोवर प्रज्ञान में केवल दो कैमरे लगाए गए हैं। दोनों ही कैमरे उनकी नोएडा के सेक्टर 125 में स्थित फैक्ट्री में डिजाइन व तैयार किए गए हैं।।