टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (03 अक्टूबर 2023): डॉक्टर को ‘धरती का भगवान’ कहा जाता है। क्योंकि ईश्वर के बाद अगर किसी व्यक्ति को कोई जिंदगी देता है, तो वह डॉक्टर ही हैं। इसीलिए उसे ‘धरती का भगवान’ कहा जाता है। डॉक्टरी पेशे में कई बार ऐसे पल आते हैंं, जब जीवन की उम्मीद लोग छोड़ देते हैं। उस वक्त डॉक्टर मौत को मात देकर जिंदगी बचा लेता है। डॉक्टर का यही प्रयास लोगों की जिंदगी में नया सवेरा लाता है। आज एक ऐसे ही भगवान की बात करेंगे जिन्होंने एक ऐसे बच्चे की जान बचाई जिसे इस पृथ्वी पर आए हुए कुछ पल ही हुए थे।
कैलाश हॉस्पिटल एवं न्यूरो इंस्टीट्यूट में कार्यरत Neonatologist डॉ. अंकित सोनी ने बताया कि ,” अस्पताल में एक बच्चे की डिलीवरी 34 हफ्ते पर हुई थी और इसका बर्थ के समय वजन 2.3 किलो ग्राम था। इसकी मां का ब्लड ग्रुप Rh- तथा बच्चों का ब्लड ग्रुप Rh+ था जिसकी वजह से मां के अंदर कुछ एंटीबॉडीज बन जाती है जो बच्चों के ब्लड सेल्स को तोड़ती है और बच्चों में खून की कमी होती है यानी कि एनीमिया हो जाता है। इसके कारण बच्चे को गर्भ में तीन बार ब्लड ट्रांसफ्यूजन देना पड़ा। जब बच्चा पैदा हुआ तो उसका PBA का लेवल 8 था जिसकी वजह से हमें इसका डबल वॉल्यूम एक्सचेंज ट्रांसफ्यूजन यानी कि उसका 80% से 90% पूरा ब्लड बदलना पड़ा। यह एक मेजर प्रोसीजर होता है, साथ में एक इंजेक्शन भी देना पड़ा उस इंजेक्शन से बच्चों के ब्लड सेल्स ज्यादा नहीं टूटते हैं। इसके बाद हमने उस बच्चे को स्पेशल ब्लू लाइट में 5 दिन तक रखा। इन सभी उपचार के बाद उस बच्चे का (Bilirubin) यानी की पिलिए का लेवल नियंत्रण में आ गया। उसके 5 दिन के बाद हमने बच्चे को पूर्ण रूप से डिस्चार्ज कर दिया।
कैलाश अस्पताल ऐसे अनेक चमत्कारों के लिए जाना जाता रहा है । साथ ही कैलाश अस्पताल के संस्थापक गौतमबुद्ध नगर के सांसद डाक्टर महेश शर्मा ने अपनी आधी जिंदगी मरीजों के नाम कर ऐसे कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। आज अभिभावक चाहते हैं कि उनके बच्चे डॉक्टर बनें और यह सपना वे उनमें बचपन से ही पैदा करते हैं। डॉक्टरों का पेशा बहुत ही नेक पेशा है। इसके अलावा, वे व्यापक ज्ञान और उपकरणों से लैस हैं जो उन्हें सही प्रक्रियाओं के साथ अपने रोगियों का निदान और इलाज करने में सक्षम बनाते हैं। डॉक्टरों को चिकित्सा कर्मचारियों की आवश्यकता होती है जो उनके इलाज में मदद करें। वे बहुत कुशल हैं और उन्होंने मानव जाति के लिए अपना महत्व बार-बार साबित किया है।।