NOIDA SECTOR 108 RWA ELECTION – KAVITA SHARAMA RAISES MAJOR ISSUES

आदरणीय श्री ए0 के0 धवन साहब (सचिव फोनरवा), मैं आपके द्वारा सेक्टर 108 की RWA के चुनाव संपन्न कराने में की गयी जल्दीबाजी के लिए आपको बधाई देती हूँ और आपके द्वारा घोषित टीम को भी बधाई देती हूँ।

सर मान लिया कि RWA सेक्टर 108 के बाइलॉज में यह लिखा है कि " चुनाव के समय किसी भी विरोधाभास की स्थिति में अंतिम निर्णय चुनाव अधिकारी का होगा"। पर इसका ये तो मतलब नहीँ कि आप न्याय की जगह पर बैठकर अन्याय करो। मुझे, जो लोग निर्वाचित हुए है उनसे व्यक्तिगत कोई परेशानी नही लेकिन आपके द्वारा अपनाए गये सिस्टम से मैं संतुष्ठ नहीं हूँ। ऐसी क्या जल्दी थी कि बिना चुनाव संपन्न कराए आपने परिणाम घोषित कर दिया। आप तो जानते हैं कि जल्दी का काम शैतान का होता है पर आप तो पूज्य बुजुर्ग हैं। आपके विषय में तो गलत कल्पना भी पाप है। आपने मेरे द्वारा चुनाव के समय पूछे गए कुछ प्रश्नों का जबाब देना अच्छा ही नही समझा परंतु मैं उम्मीद नही छोड़ती।

अब में पुनः आपसे कुछ सवाल पूछती हूँ आशा है कि अबकी बार आप मुझे निराश नहीं करेंगे और इसी मंच पर जबाब देंगे।

1. क्या चुनाव संपन्न हो गया जो आपने परिणाम घोषित कर दिया?

2. क्या आपने चुनाव वापस लेने वाले 13 व्यक्तियों के फ़ार्म की जांच की ? या ऐसी ही मान लिया कि 13 लोगों ने नाम वापस ले लिए?

3. क्या वास्तव में सभी 13 व्यक्तियों ने नाम वापसी पर अपने हस्ताक्षर किये हैं ?

4. क्या बाइलॉज में चुनाव शीर्षक के अंतर्गत यह साफ़ नही लिखा है कि चुनाव वही व्यक्ति लड़ सकता है जिसका नाम चुनाव लिस्ट में लिखा होगा?

5. आपने किस बाइलॉज के जरिये 7 में से 4 उन लोगों को निर्वाचित घोषित कर दिया जिनके नाम चुनाव लिस्ट में नहीं हैं।

6. बाइलॉज में चुनाव शीर्षक के अंदर साफ़ लिखा है कि अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष दो साल से ज्यादा निरंतर पद पर बने नही रह सकते लेकिन आपने कोषाध्यक्ष को तीसरे साल के लिए भी निर्वाचित घोषित कर दिया । ऐसा किस नियम के तहत किया है?

7. क्या किसी एक पद के लिए, एक व्यक्ति, दो लोगों के नाम पर प्रस्तावक बन सकता है? यदि हां तो किस नियम के तहत ? और यदि नही तो फिर आपने गहन जांच के बाद वैध प्रताशियों की सूची में ऐसा पक्षपात क्यों किया?

8. क्या फोनरवा चुनाव में मेरेे पति श्री रामवीर शर्मा (संस्थापक अध्यक्ष RWA सेक्टर 108 नोएडा) ने आपका विरोध किया था?

9. क्या आपने उसी का बदला लेने के लिए सारे नियम कानूनों को ताक पर नही रख दिया।

10. क्या जिंदगी के इस पड़ाव में आप ईश्वर को साक्षी मानकर यह कह सकते हो कि आपके द्वारा लिए गए निर्णय सही और निष्पक्ष थे ?

सर हमने सेक्टर के चुनाव से नाम वापस बिना उचित प्रयोजन के नही लिए ये केवल आपकी पक्षपात की नीतियों के विरोध में थे। आप जिन 13 लोगो के नाम वापसी का ढोल पीट चुके है उनमें से एक तो यहाँ, था ही नही। वो तो वैष्णो देवी की यात्रा पर थे। देखिये उनका फार्म साइंन ही नही है। फिर आपकी जाँच कैसी है। आपने एक व्यक्ति के साथ अन्याय किया है। उसके चुनाव के अधिकार का हनन किया है। यह आपकी पूरी चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाता है। इसीलिए कहा जाता है कि ज्यादा उतावलापन भी ठीक नही है।

खैर आप निर्णायक थे, ईश्वर की कुर्सी पर बैठे थे, जो चाहते कर सकते थे और किया भी वही जो सोच रखा था। आपके इस कदम से आपकी छवि पर बहुत फर्क पड़ेगा।

आशा है कि अब आप ऐसे असंतोषीय कार्यों से हटकर बिना राजनीति वाले समाज सेवा के कार्य करेंगे या फिर भगवान् का भजन करेगें।

धन्यवाद।

आपकी शुभचिंतक
एड्वोकेट कविता शर्मा
सेक्टर-108, नोएडा।