नॉएडा – नॉएडा में एक व्यक्ति को रौब जमाना काफी महंगा पड़ा और पहुंच गया सलाखों के पीछे। यूपी के डिप्टी सीएम बनकर नोएडा अथॉरिटी के एसीईओ आर. के. मिश्रा को फोन कर टेंडर की जानकारी मांगने वाले को पुलिस ने दबोच लिया है। आरोपित ग्रेटर नोएडा की एक कंपनी में सिक्यॉरिटी गार्ड है। दोस्तों पर रौबजमाने के लिए उसने एसीईओ को फोन किया था। पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए सिक्यॉरिटी गार्ड का नाम अशोक वर्मा है। वह मूलरूप से हरदोई का रहने वाला है। वह इन दिनों ग्रेटर नोएडा की एक कंपनी में तैनात है। इससे पहले वह नोएडा अथॉरिटी में ठेके लेकर काम करने वाली कंपनी में ड्यूटी कर चुका है। इस कंपनी में काम करते हुए उसे कुछ अधिकारियों के फोन नंबर हाथ लग गए थे, जो उसके मोबाइल में फीड थे। वह अपने सहकर्मियों और परिचितों से अक्सर बड़े अधिकारियों और नेताओं से जान-पहचान की बात करता था। सेक्टर-20 थाना पुलिस के मुताबिक, मोबाइल की लोकेशन के आधार पर आरोपित गार्ड को शनिवार देर रात सेक्टर-15 से गिरफ्तार कर लिया गया।
एसएचओ अनिल कुमार शाही के मुताबिक, सिक्यॉरिटी गार्ड ने ही डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बनकर एसीईओ राकेश मिश्र को कॉल किया था और टेंडर के बारे में पूछा था। कुछ देर बाद जब एसीईओ ने कॉल बैक किया तो उसने खुद को कैबिनेट मंत्री बताते हुए फोन काट दिया था। कॉल करने के बाद मोबाइल से सिम निकालकर दूसरा सिम लगा लिया था। मोबाइल लोकेशन के आधार पर सेक्टर-15 के आरोपी को दबोच लिया गया। पुलिस के मुताबिक, आरोपित गार्ड स्नातक पास है और इससे पहले भी किसी को धमकाकर कोई काम करा चुका है। फोन करने के लिए वह अपने पास अलग-अलग सिम कार्ड रखता था