नोएडा ट्रेड यूनियन और आंगनवाड़ी संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से चलाये जा रहे आन्दोलनों के दबाव एवं आगामी लोकसभा चुनाव में अपनी हार के डर से चुनावी साल के बिल्कुल अंत में कल स्कीम फाॅर एडोलसेट गल्र्स के उद्धाटन कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा आंगनवाड़ी वर्कर्स हेल्पर्स और मिनी आंगनवाड़ी वर्कर्स की न्यूनतम वेतन, पेंशन कर्मचारी का दर्जा और फंड आदि मांगों को अनदेखा करते हुए आंगनवाड़ी कार्यकत्री के मानदेय में 1500 सौ रूपया, मिनी आंगनवाडी का 1250 रूपया और सहायक आंगनवाड़ी का 750 रूपया की मामूली मानदेय वृद्वि की सीटू मजदूर संगठन कड़ी निन्दा करता है क्योंकि यह मानदेय वृद्वि नाकाफी है और निराशाजनक है सभी वर्कर्स को उम्मीद थी की उत्तर प्रदेश सरकार भी दिल्ली, मध्य प्रदेश, हरियाणा आदि राज्य सरकारों की तरह कम से कम 10,000/- रूपया तक तो बढ़ोतत्तरी करेगी परन्तु सरकार द्वारा इतनी मामूली वृद्वि से आंगनवाड़ी वर्कस और हैल्पर्स के बीच बहुत की निराशा फैली है इसके अवाला जो बहुत बड़ी तादाद में आंगनवाड़ी रिटायर हो रही है उनके लिए पेंशन या किसी भी तरह के फंड के लाभ की घोषणा ना होना भी एक बड़ी निराशा का कारण हैं।
सी0आई0टी0यू0 का मानना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जो मानदेय में वृद्वि में बढोत्तरी की धोषणा की है वह इस बढ़ी महंगाई के दौर में आंगनवाड़ी वर्कर्स के गुणक्तापूर्ण जीवन और सम्मानजनक जीवन जीने के लिए नाकाफी है और इसीलिए आंगनवाड़ी कर्मचारी यूनियन उत्तर प्रदेश सहित अधिकांश संगठनों ने सरकार की घोषणा की कड़ी निन्दा किया है और आंगनवाड़ी वर्कर्स और हैल्पर्स को कर्मचारी का दर्जा, न्यूनतम वेतन 18000/- रूपया और 3000 रूपया पेंशन होने तक संधर्ष जारी रहेगा और संधर्ष को आगे बढ़ाते हुए आगामी 25 फरवरी 2019 को प्रातः 11 बजे मंडी हाउस नई दिल्ली से संसद तक अखिल भारतीय आगनवाड़ी सेविका एवं सहायिका फेडरेशन (आईफा) एवं सीटू के बैंनर तले रैली निकाल कर बड़ा प्रदर्शन किया जायेगा। सीटू ने सभी आंगनवाड़ी वर्कर्स व हैल्पर्स से अपील किया कि वे भारी संख्या में भाग लेकर रैली को कामयाब बनायें।