नोएडा स्थित कोतवाली फेस-2 क्षेत्र के अंर्तगत सेक्टर-88 स्थित एक कंपनी में काम करने वाला क्वालिटी मैनेजर ने कंपनी में गबन कर रिजाइन दे दिया। जब इसकी जानकारी कंपनी मैनेजमेंट को हुई तो आरोपी के खिलाफ कोतवाली फेस-2 में तहरीर दी गई। शिकायत के आधार पर कोतवाली फेस-2 पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। पुलिस अभी तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
पुलिस के मुताबिक बी-26 सेक्टर-88 में परख गुप्ता की पीएनजी ट्रांसफॉर्मर्स कंपनी है। कंपनी में इलेक्ट्रिकल ट्रांसफॉर्मर बनाएं जाते है। वर्ष 2017 से कंपनी में मेर्ट्रो अपार्टमेंट सेक्टर-71 निवासी संजीव जैन क्वालिटी मैनेजर के पद पर कार्यरत था। वह कैश पेटी भी संभालता था। करीब एक माह पूर्व उसने पारिवारिक स्थिति बताते हुए कंपनी से 5 लाख रुपए एडवांस की मांग की। उसने कहां कि वह सैलरी से इस पैसे को वापस करता रहेगा।
15 मार्च को उसे कंपनी ने दो लाख 84 हजार रुपए कैश व चेक के माध्यम से दे दिए। 16 मार्च को उसने कंपनी को मेल से सूचना दी की वह अब कंपनी में नौकरी नहीं करना चाहता। जब उससे कंपनी ने संपर्क किया तो उससे कोई संपर्क नहीं हो पाया। जब कंपनी में खातों की जानकारी की कंपनी से करीब एक लाख 78 हजार 105 रुपए का गबन मिला। उससे पहले उस पर कंपनी का एक लाख 11 हजार 552 रुपए बकाया था। कुल मिलाकर करीब 5 लाख 74 हजार 657 रुपए संजीव पर कंपनी के है।
वहीं कंपनी को शक है कि वह कंपनी के डिजाइन और व्यापरिक जानकारियां भी ले गया, जिससे वह व्यापारिक फायदा उटा सकता है और कंपनी को काफी नुकसान हो सकता है। पीड़ित कंपनी मालिक परख गुप्ता ने संजीव के खिलाफ धोखाधड़ी और छल कपट का आरोप लगाते हुए कोतवाली फेस-2 में शिकायत दी है।
एसएचओ फेस-2 फरमूद अली पुंढ़ीर का कहना है कि कंपनी मालिक की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।