नोएडा के “राम” बनाएंगे दुनिया की सबसे ऊंची “प्रभु श्री राम” की प्रतिमा का नक़्शा

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (22 जनवरी 2024): अयोध्या धाम में प्रभु श्री राम के विराजित होने से संपूर्ण विश्व में राममय माहौल है। लोग स्वयं को सौभाग्यशाली बता रहे हैं कि वह इस पवित्र और प्रांजल क्षण के साक्षी बन रहे हैं। इस पुनीत क्षण में नोएडा वासियों के लिए एक और बड़ी खुशखबरी है।

अयोध्या में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा की स्थापना

दरअसल, अयोध्या में सरयू नदी के तट पर विश्व की सबसे ऊंची प्रभु श्री राम की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इस प्रतिमा को भी नोएडा निवासी प्रसिद्ध मूर्तिकार एवं शिल्पकार पद्म भूषण राम वनजी सुतार ही बनाएंगे।

मिली जानकारी के मुताबिक इस प्रतिमा की कुल ऊंचाई 823 ft यानी की 251 मीटर होगी। आधार संरचना के अलावे प्रतिमा की कुल ऊंचाई 600ft यानी की 183 मीटर होगी। बता दें कि यह विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी अबतक यह खिताब गुजरात में स्थापित “स्टेच्यू ऑफ यूनिटी” के नाम है।

 

टेन न्यूज नेटवर्क से खास बातचीत

राम वनजी सुतार के सुपुत्र राम अनिल सुतार ने “टेन न्यूज नेटवर्क” से बातचीत में कहा कि विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा के रूप में अयोध्या के लिए उनका डिजाइन फाइनल कर लिया गया है। प्रोजेक्ट अभी प्रस्तावित है,जल्द ही कार्य प्रारंभ होने वाला है। मूर्ति के निर्माण के बाद यह विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी।

98 वर्ष की आयु में भी बैठना पसंद नहीं

कुछ लोग ऐसे होते हैं जो अपने कार्यों अपने क्षमताओं एवं अपने प्रतिबद्धताओं के लिए जाने जाते हैं। प्रसिद्ध मूर्तिकार एवं शिल्पकार पद्म भूषण राम वनजी सुतार अपने इन्हीं आदतों के लिए जानें जाते हैं। श्री सुतार 98 वर्ष की आयु में भी बैठना पसंद नहीं करते। वह सदैव काम करना चाहते हैं और आज उनके कार्य के प्रति प्रतिबद्धता का ही प्रतिफल है कि वह देश के सबसे प्रसिद्ध एवं ख्यातिप्राप्त शिल्पकार एवं मूर्तिकार हैं। उनके नाम कई शानदार रिकॉर्ड हैं।

ज्ञात हो कि राम मंदिर अयोध्या में विराजित होने वाले जटायु की प्रतिमा भी इन्होंने ही बनाया है और साथ विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा गुजरात में स्थापित “स्टेच्यू ऑफ यूनिटी” बनाने का खिताब भी इनके ही नाम है।

कई प्रतिष्ठित सम्मानों से हैं अलंकृत

प्रसिद्ध शिल्पकार एवं मूर्तिकार राम वनजी सुतार वर्ष 1999 में “पद्म श्री सम्मान” एवं 2016 में “पद्म भूषण सम्मान” से अलंकृत हो चुके हैं। वहीं वर्ष 2016 में “टैगोर अवार्ड” से भी अलंकृत हो चुके हैं।।