लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी का ‘मास्टर स्ट्रोक’, जानें क्या है जिला प्रभारी बदलने के पीछे का गेम

रंजन अभिषेक
टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (21 नवम्बर 2023): आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर देशभर में गहमागहमी का माहौल है। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। सबसे पहले संगठन को नए सिरे से तैयार किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार को भारतीय जनता पार्टी की बैठक हुई, जिसके बाद कई जिले के प्रभारी बदल दिए गए। इसी कड़ी में नोएडा का जिला प्रभारी राज्यसभा सांसद कांता कर्दम को बनाया गया है।

पार्टी आलाकमान ने इनपर जताया भरोसा

नोएडा के पूर्व जिला प्रभारी बसंत त्यागी को बुलंदशहर का प्रभारी बनाया गया है। वहीं गौतमबुद्ध नगर का जिला प्रभारी आगरा के प्रमोद गुप्ता को बनाया गया है। इससे पहले सत्यपाल सैनी यहां के प्रभारी थे उन्हें हापुड़ जिले का प्रभारी बनाया गया है। नोएडा के कई नेताओं को अन्य जिले का प्रभारी बनाया गया है। नोएडा विधायक पंकज सिंह को कानपुर उत्तर और दक्षिण का प्रभारी बनाया गया है। एमएलसी श्रीचंद शर्मा को अलीगढ़ महानगर का प्रभारी बनाया गया है। पश्चिम क्षेत्र के प्रभारी में कोई बदलाव नहीं हुआ है और वह सुभाष यदुवंशी ही रहेंगे।

30 नवंबर तक पार्टी आलाकमान करेगी बड़ा बदलाव

भारतीय जनता पार्टी में संगठन की नई टीम की घोषणा 30 नवंबर तक कर दी जाएगी। लखनऊ की बैठक में पार्टी आलाकमान ने कई बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं। 30 नवंबर तक सभी लोकसभा के प्रभारियों के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा। जो लोकसभा चुनाव में तैयारियों की कमान संभालेंगे।

कई नेता अपने करीबियों को शमिल कराने में जुटे हैं

संगठन विस्तार में कई नेता अपने करीबियों को शमिल कराने में जुटे हुए हैं। जिसके चलते पार्टी आलाकमान को अध्यक्षों का चुनाव करना चुनौती बना हुआ है। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी सांगठनिक स्तर पर कई बड़े बदलाव कर रही है।

क्या होगा प्रभाव

गौरतलब है कि सभी पार्टियां आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। भारतीय जनता पार्टी भी इस दिशा में सांगठनिक स्तर पर कई बड़े बदलाव करने में जुटी हुई है। जिस प्रकार सोमवार को पटना में हुई पार्टी आलाकमान की बैठक के बाद जिला प्रभारियों को बदला गया यह इस बात का संकेत है कि पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर एक रणनीतिक तरीके से आगे बढ़ रही है। जिला प्रभारियों के बदलने का स्पष्ट प्रभाव यह होगा कि एक नई टीम पूरी शिद्दत और लग्न के साथ समर्पित भाव से पार्टी के लिए काम करेगी और साथ ही बिना किसी पूर्वाग्रह के वोटरों से संवाद कर उन्हें भारतीय जनता पार्टी से जोड़ने में सफलता हासिल करेगी।।