महानगर कांग्रेस ने नोटबंदी को बताया तुगलक ी फरमान, नहीं रुका भ्रष्टाचार

मोदी सरकार द्वारा तुगलकी फरमान जारी करते हुए की गई नोटबन्दी की दूसरी बर्शी पर आज महानगर कांग्रेस कमेटी नोएडा के कार्यकर्ताओं द्वारा नोटबन्दी की विफलता के खिलाफ सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय सैक्टर-19 पर प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा । प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष मुकेश यादव द्वारा ज्ञापन में प्रधानमंत्री से कई प्रश्न पूछे जिनमे उनका कहना है कि नोटबन्दी के असली लाभार्थी कहाँ हैं?

नोटबन्दी करते हुए इसका उद्देश्य कालाधन को खत्म करना था। बैंको में 99.3% मुद्रा वापस आ गयी, कालाधन कहाँ हैं?

भारतीय अर्थव्यवस्था में गिरावट आई है, एनपीए बढ़ा है, आरबीआई असहाय क्यों है?

उन्होंने चौथा प्रश्न किया कि उन महिलाओं के लिए क्या जवाब है जिन्होंने ने अपनी जीवन भर की बचत की पूंजी को खो दिया ?

अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कम कीमत के बावजूद जनता से मूल्य बढ़ाकर क्यों लूटा जा रहा है?

मुद्रास्फीति अपने उच्चतम स्तर पर होने के बावजूद सरकार असहाय क्यों है?

पत्रकारों से बात करते हुए अध्यक्ष मुकेश यादव ने कहा कि मोदी के तुगलकी फैसले के कारण करीब 140 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। किसानों को फसल के लिए बीज एवं खाद सही समय पर नहीं मिलने के कारण धान एवं अन्य फसलों की बुवाई नही हो पाई थी। शादी का समय था कई लगों की शादियों में विघन पैदा हो गया था। इन सब का जिम्मेदार कौन था?

आज कांग्रेस मांग करती है कि प्रधान सेवक को जनता के सामने अपनी गलती स्वीकर करते हुए माफी मांगनी चाहिए एवं जिन घरों के चिराग छीन गए थे उनको उचित मुवाज़े का ऐलान करना चाहिए। एआईसीसी दिनेश अवाना ने पत्रकारों को बताया कि मोदी सरकार की नोटबन्दी अगर सफल हुई होती तो मोदी जी आज जश्न मना रहे होते। मोदी जी के गलत निर्णय की वजह से जनता की खून पसीने की कमाई को काला धन घोषित कर भारत की साख को अंतराष्ट्रीय स्तर पर गिराने का काम किया है।

उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता पवन शर्मा ने मीडिया को बताया कि मोदी जी ने नोटबन्दी करते हुए जिन वजहों को बताया था सब गलत साबित हुई हैं। भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। नकली नोट तीन से चार गुना बढ़ गए हैं। आंतकवाद कम होने की बजाय बढ़ा ही है। नक्सली हमले दोगुने हो गए है। आज भारत की आर्थिक प्रगति रुक सी गई है। इन सब का जवाब जनता को चाहिए।

आज के प्रदर्शन में शामिल पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं में अध्यक्ष मुकेश यादव, एआईसीसी दिनेश अवाना, पीसीसी फिरे सिंह नागर, उपाध्यक्ष पवन शर्मा, संजय तनेजा, योगेश शर्मा, लियाकत चौधरी, सतेंद्र शर्मा, ललित अवाना, इंद्रजीत तिवारी, दयाशंकर पांडेय, ईश्वर सिंह, विक्रम चौधरी, डॉ सीमा, मधुराज, गुड़िया चौहान, वीरो देवी, शकीर अली, मोहमद गुड्डू, सुभाष चौहान, यतेंद शर्मा, सहाबुद्दीन, ऋषि गौतम, मनोज राठौर, सतीश पांचाल, अरुण प्रधान सहित दर्जनों अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।