नोएडा, एनसीआर, दिल्ली : नोएडा के सेक्टर 33ए के नोएडा हाट में चल रहे सरस आजीविका मेला 2021 में आज सांस्कृतिक संध्या में गुजरात और पंजाब के कलाकारों ने दर्शकों का मन मोह लिया। मेले में आज सांस्कृतिक संध्या में गुजरात का गरबा और डांडिया लोक नृत्य ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। साथ ही पंजाब का गिद्दा नृत्य ने भी लोगों को लुभाया। कलाकारों ने रंग तारी रंग मा रंग गई रे…. वागे छे वागे छे…. मेंहदी मेंहदी गिद्दे बीच नचदी…जैसे कई गुजराती और पंजाबी लोकगीत पर लोक नृत्य का अद्भुत छटा विखेर कर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किए।
इसके साथ ही अरुणाचल का का ब्लैक राइस, बैंबु स्वीट्स, रेड राइस, लाही चावल, ब्रावन पॉप कार्न, पोटैटो शॉप, पपाया शॉप, गोट मिल्क और हनी शॉप, कैंडल, चिकन पिकल, गोल मिर्च, बैंबु स्वीट्स का पिकल आदि भी लोगों को लुभा रहा है। साथ ही उत्तराखंड का आर्गेनिक अदरक, हल्दी आदि भी लोगों को भा रहा है। ये आर्गेनिक स्पाइसिज ऐसे हैं कि साल भर भी खराब नहीं होते। वहीं, झारखंड के ट्राइबल ज्वेलरी भी महिलाओं को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है। झारखंड के खूंटी जिले के मुरहू गांव से आई यशोदा देवी ने बताया कि लोग चांदी का काढ़ा और इयर रिंग महिलाओं की पहली पसंद है। उन्होंने बताया कि हमारे यहा मेटल के सामान सौ रुपया से लेकर दो हजार तक के सामान हैं जबकि चांदी के सामान हजार रुपया से लेकर आठ हजार तक का है।
वहीं, मेले में “कुडुंबश्री” के सहयोग से “आजीविका इंडिया फूड कोर्ट” भी लगया गया है। “आजीविका इंडिया फूड कोर्ट” में 13 राज्यों से 80 से अधिक महिलाओं ने 17 स्टॉलों पर अपने एथनिक कुजीन लगाएं हैं। अगर आप नॉनवेज के शौकीन हैं तो आप केरल का “वन सुंदरी” जो कि हर्बल चिकन है उसका लुत्फ उठा सकते हैं। केरल का ही “कप्पा फीस कढ़ी”, का आनंद उठा सकते हैं। तेलंगाना का “हैदराबादी चिकन बिरयानी”, आंध्र प्रदेश का “फ्राइड चिकन”। वहीं, अगर आप वेज के शौकीन हैं तो राजस्थान का “दाल बाटी चूरमा”, बिहार का “लिट्टी चोखा”, आसाम का “मशरूम ममोस”, पंजाब का “भल्ले पापड़ी” आदि बहुत ही स्वादिष्ट व्यंजन मेले में मौजूद हैं। वहीं अगर आप स्वीट्स के शौकीन हैं तो तेलंगाना का “शाही टुकड़ा”, यूपी की “लस्सी”, छत्तीसगढ़ का “मीठा काम्बो” पंजाब का राम लड्डू आदि का भरपूर आनंद उठा सकते हैं।
26फरवरी से लेकर 14 मार्च 2021 तक प्रसिद्ध सरस आजीविका मेला 2021 का आयोजन, सेक्टर 33 के नोएडा हाट में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा आयोजित किया जा रहा है। मेले में 300 से अधिक महिला शिल्प कलाकार, 60 से ज्यादा सांस्कृतिक कार्यक्रम और आजीविका इंडिया फूड कोर्ट के तहत क्षेत्रिय कुजीन उपलब्ध हैं। इसके साथ ही प्राकृतिक खाद्य पदार्थ भी फूड स्टाल पर मौजूद हैं, प्राकृतिक खाद्य पदार्थों के रूप में अदरक, चाय, दाल कॉफी, पापड़, एपल जैम और अचार आदि उपलब्ध हैं।
मेला में प्रवेश करने के लिए कोविड-19 के प्रोटोकॉल का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इसके तहत मेला में प्रवेश करने वालों के लिए फेस मास्क बिल्कुल अनिवार्य किया गया है साथ ही सोसल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इसके साथ ही जगह जगह सेनिटाइजेशन का भी इंतजाम किया जाएगा। वहीं, आपातकालीन स्थिति में एंबुलेंस का भी व्यवस्था किया गया है।
सरस आजीविका मेला के दौरान देश भर के 27 राज्यों के हजारों उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री होगी। ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा यह एक मुहिम की शुरुआत की गई है जिससे कि हस्तशिल्पियों और हस्तकारों को कोरोना के बाद एक बार फिर से अपनी रोजगारी शुरु करने का मौका मिल सके। इसके साथ ही इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया अभियान “वोकल फॉर लोकल” को बढ़ावा मिल सके।