नोएडा :– नोएडा में आमजन से खासजन के बीच चर्चा का विषय बने फोनरवा चुनाव के लिए आज नामंकन पत्र शुरू हो गया, जिसमें दोंनो पैनल आज नामंकन पत्र खरीदे। 2019 में पहली बार चुनाव जीते युवा अध्य्क्ष योगेन्द्र शर्मा की टीम में अधिकाँश युवा चेहरे है , जो उत्साह से लबरेज व 2 साल के कोविड काल मे किये गये कामों से जीत के प्रति आश्वस्त दिखी ।
वर्तमान में फोनरवा सचिव व योगेन्द्र पैनल से उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी पवन यादव ने बताया कि हमारी टीम लगातर 2 वर्षो के कार्यकाल में माहामारी के दौरान भी घर नही बैठी, उसी का प्रतिफल है कि कोविड के कार्यो को प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर केंद्र तक कोविड कि रोकथाम के 10 प्रमुख प्रबन्धो में से एक आरडब्ल्यूए /फोनरवा के कार्य रंहे है।
उन्हें सराहा तथा मुख्यमंत्री स्वयं नोएडा में आरडब्ल्यूए प्रबंधों को देखने आए। फोनरवा टीम ने 2 वर्षो के कार्याकाल मे फोनरवा के नाम को ऊंचा करने का काम किया है, जबकि दूसरे पैनल के इन्ही लोगों ने 2006 से 2013 तक चुनाव नही होने दिए और फोनरवा को कालातीत कराने का काम आज वही लोग कह रहे है ।
फोनरवा के लिए इस टीम ने 2 सालों में कुछ नही किया। बस योगेन्द्र और केके जैन ने टीम के साथ मिलकर लोगो के काम करने का काम किया, उसे ही लोग पचा नही पा रहे हैं , जबकि शहर भर के आरडब्ल्यूए पदाधिकारी योगेन्द्र शर्मा और उनकी टीम को एक और मौका देना चाहते है और कहते है कि जब ये लोग फोनरवा से हटते ही रोज नई 2 संस्था बनाकर खड़े करते रहे , वही आज फिर से फोनरवा में क्यो घुसना चाहते है।