टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (21 जनवरी 2022): राष्ट्रीय सर्वे के अनुसार नोएडा के भाजपा विधायक पंकज सिंह का नाम देश के श्रेष्ठ विधायकों में आया है। वर्ष 2017 में पंकज सिंह भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर पहली बार विधानसभा पंहुचे, जिसके अपने कार्यावधि में उन्होंने कई उल्लेखनीय कार्य किए। उन्होंने विभागीय अधिकारियों का जो सालों से एक ही स्थान पर पदस्थ थे उनका तबादला कराया, जिससे भ्रष्टाचार में व्यापक कमी आई।
सरकारी विद्यालयों एवं प्राथमिक स्वास्थ केंद्रो की स्थिति सुधारने के लिए उनके द्वारा किए गए कार्यों की खूब चर्चा हो रही है, इतना ही नहीं लोक महत्व एवं जनहित के मुद्दों पर वो सदैव विधानसभा में भी मुखर रहे हैं, कोरोना महामारी के दौरान अपने निजी क्षमता के अनुरूप उन्होंने गरीबों, असहायों में सूखा राशन का वितरण किया, जिसकी खूब सराहना की गई।
आपको बता दें कि श्री सिंह की लोकप्रियता इसी बात से जाहिर होती है हाल ही में फेम इंडिया एशिया द्वारा भारत के सभी 4123 विधायकों का सर्वे कराया गया जिसमें श्री सिंह का नाम देश में 50 श्रेष्ठ विधायकों की सूची में शामिल है।पंकज सिंह के अलावा उत्तर प्रदेश के सरधना विधायक संगीत सोम,रामपुर खास से आराधना मिश्रा,वाराणसी से सौरव श्रीवास्तव, रायबरेली से अदिति सिंह, गोरखपुर से फतेह बहादुर एवं कन्नौज से अनिल दोहरे शामिल हैं।
एक नजर डालते हैं पंकज सिंह के जीवन एवं राजनीतिक यात्रा पर
पंकज सिंह उत्तर प्रदेश के वर्त्तमान चंदोली जिले (पहले वाराणसी ) की चकिया तहसील के एक छोटे से ग्राम भाभोरा के रहने वाले है। पंकज सिंह का जन्म अपने ननिहाल झारखंड के पलामू जिले के डाल्टनगंज में (जन्म: 12 दिसम्बर 1978) को हुआ था। भारत के वर्तमान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र हैं।
उन्होंने यूपी बोर्ड से 1994 में 10वीं और 1996 में 12वीं की परीक्षा पास की। इसके बाद उन्होंने अपनी कॉलेज की पढ़ाई दिल्ली से की। नोएडा के एमिटी बिजनेस स्कूल से उन्होंने पीजीडीएम का डिप्लोमा किया।
2001 में भारतीय जनता पार्टी में सक्रिय हुए पंकज सिंह पार्टी की ओर से आयोजित धरना-प्रदर्शन में जाना शुरू किया।
2004 में उन्हें भाजपा युवा मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया। 2007 में उन्हें भाजपा युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। लेकिन यह कहकर पद छोड़ दिया की वे कुछ दिन बिना पद के ही कार्य करंगे।
2007 में उन्हें प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया। 2007 में विधानसभा चुनाव क्षेत्र चिरयीगांव सीट, वाराणसी से उम्मीदवारी की घोषणा भी हो गई; लेकिन खुद पंकज सिंह के पिता राजनाथ सिंह ने उन्हें सलाह दी कि अभी कुछ साल और भारतीय जनता पार्टी के संगठन में काम करना चाहिए इसके बाद चुनावी राजनीति में जाना चाहिए। पंकज सिंह वह चुनाव नहीं लड़े।
2010 में उन्हें उत्तर प्रदेश भाजपा का सचिव बनाया गया। 2012 में वे प्रदेश भाजपा के महासचिव के रूप में पदौन्नत किये गये। 2013 में उन्हें उत्तर प्रदेश भाजपा का दूसरी बार महासचिव बनाया गया। जुलाई 2016 से तीसरी बार महासचिव के पद पर नियुक्त किया गया। 2017 में वह पहली बार भाजपा के टिकट पर नोएडा से लगभग1लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल कर विधानसभा पंहुचे।
इन कार्यकालों के दौरान पंकज सिंह सामाजिक और राजनीतिक तौर पर बेहद सक्रिय रहे। पंकज सिंह को खेती, किसानी से खूब दिलचस्पी थी, जब भारत सरकार द्वारा गाँव को गोद लेने का अभियान चलाया गया तो पंकज सिंह ने लगभग सौ से अधिक गाँवों का दौरा कर वँहा की समस्याओं को जाना।
उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में पंकज सिंह नोएडा विधानसभा के सबसे मजबूत और प्रबल दावेदार के रूप में मैदान में हैं।