टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा(05–04–2022): अगर आपसे कोई KYC अपडेट कराने के नाम पर ओटीपी मांग रहा है या कोई एप्लिकेशन डाउनलोड करने को बोल रहा है तो सावधान हो जाइए, क्योंकि वह आपके साथ धोखाधड़ी कर रहा है।
ऐसा ही एक मामला नोएडा के सेक्टर 36 स्थित साइबर क्राइम थाने पर आया. जहां पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जो अंतर्राज्यीय ठग हैं इनके द्वारा एयरटेल का मैनेजर बनकर लोगों के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने का काम किया गया है. पकड़े गए आरोपियों में जनपद गिरिडीह झारखंड निवासी प्रदीप मंडल और मोनू बंसल हैं. दोनों ही आरोपी वर्तमान में दिल्ली में रहते हैं. एसपी साइबर क्राइम उत्तर प्रदेश प्रो. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के संबंध में 2021 में मुकदमा दर्ज किया गया था. जिसकी जांच करते हुए पुलिस ने अब दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
ग़ाज़ियाबाद के इंदिरापुरम निवासी सुबीर शंकर ने 8 जुलाई 2021 को साइबर क्राइम थाने पर मुकदमा दर्ज कराया था. उन्होंने बताया कि 27 जून को मेरे मोबाइल फोन पर मैसेज आया कि आपका एयरटेल सिम एक्सपायर हो रहा है. जल्द ही केवाईसी कराएं और एक फोन आया एयरटेल कस्टमर केयर के मैनेजर का। जिसमें क्विक सपोर्ट एप्लीकेशन डाउनलोड करा कर एप्लीकेशन के माध्यम से 212967 रुपए मेरे आईसीआईसीआई बैंक अकाउंट से धोखाधड़ी कर निकाल लिए गए. सुबीर शंकर की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके दोनों आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है।
साइबर क्राइम उत्तर प्रदेश प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने बताया कि आरोपी प्रदीप मंडल ने पूछताछ में बताया कि वह 12वीं तक पढ़ा है. अपने मामा रामदेव मंडल और प्रमोद मंडल निवासी झारखंड के साथ मिलकर केवाईसी अपडेट कराने व पेंशनरों की पेंशन ऑनलाइन अपडेट कराने के लिए उनको मैसेज भेजता था. इसके बाद उनसे क्विक सपोर्ट एप्लीकेशन डाउनलोड करवा कर उनके मोबाइल का एक्सेस लेकर नेट बैंकिंग के माध्यम से लोगों के रुपए उनके बैंक खातों से ट्रांसफर करके चुने हुए क्रेडिट कार्ड व विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर करा ली जाती है. इसी प्रकार सुबीर शंकर के भी अकाउंट से निकाले गए|