हमे नोएडा अथॉरिटी के घटते फण्ड पर भी चिंता करने की जरुरत है, कभी नोएडा की फिक्स डिपाजिट 9000 करोड़ थी, अब वह घटकर 800 करोड़ रह गई है
बिल्डर पर 20 हज़ार करोड़ बकाया है
सड़के बनाने के लिए पैसे नही होंगे कुछ साल बाद
अब नोएडा मेंटेनिंस अथॉरिटी का गठन होना चाहिए
जो सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर पर अपना ध्यान फोकस करे
यहां NDMC पैटर्न पर पब्लिक बॉडी होनी चाहिए, जिसमे फैसले लेने में जनता की भागीदारी हो