टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (23/06/2022): सुपरटेक एमरॉल्ड कोर्ट में बने अवैध ट्विन टावर मामले में नोएडा प्राधिकरण अपने स्तर पर जांच कर रही है। जांच करीब 20 दिन में पूरी हो जाएगी, नोएडा प्राधिकरण की ओर से यह रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी रिपोर्ट के आधार पर ही शासन कार्यवाही करेगा।
उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद यूपी सरकार ने इस मामले में एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी की रिपोर्ट में नोएडा प्राधिकरण उस दौरान कार्यरत रहे 24 अधिकारी और कर्मचारी सुपरटेक प्रबंधक के पदाधिकारियों को आरोपी माना था । एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर नोएडा प्राधिकरण ने लखनऊ स्थित विजिलेंस में संबंधित अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके साथ ही आरोपी पाए गए अधिकारियों की विभागीय जांच के लिए करीब 6 महीने पहले अधिकारी की नियुक्ति की गई थी।
आईएएस स्तर के अधिकारियों की जांच का जिम्मा लखनऊ के एक वरिष्ठ अधिकारी को दिया गया था । जबकि पीसीएस और इसे नीचे के स्तर के अधिकारी जांच के लिए नोएडा प्राधिकरण के सीईओ प्रवीण मिश्र को जांच अधिकारी बनाया गया था। नोएडा प्राधिकरण स्तर के 11 अधिकारी जांच के दायरे में है संबंधित 11 अधिकारियों में गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण के प्लानिंग मैनेजर मुकेश गोयल, नोएडा प्राधिकरण की प्लानिंग असिस्टेंट विमला सिंह, यूपीएसआईडीसी में तैनात असिस्टेंट अनीता एवं प्रभारी जीएम ऋतुराज है।
शासन निर्देश के बाद नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ ने जांच शुरू कर करीब 5 महीने पहले यानी फरवरी महीने में संबंधित अधिकारियों को आरोप पत्र जारी कर दिए थे । आरोप पत्र का 15 दिन में जवाब देना था लेकिन अभी तक किसी भी अधिकारी ने कोई जवाब नहीं दिया है अपने बचाव के लिए कोई ना कोई जानकारी या कागजात प्राधिकरण से मांग रहे हैं लेकिन अब जांच अधिकारी ने जल्द जांच पूरी कर शासन को रिपोर्ट देने का निर्णय लिया है।