टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (11/07/2022): गौतमबुद्धनगर पेरेंट्स वेल्फेयर सोसाइटी (जीपीडब्ल्यूएस) ने कक्षा 10वीं व 12वीं के बोर्ड का परिणाम घोषित होने से पूर्व ही अभिभावकों को कुछ स्कूलो द्वारा टी सी (ट्रांसफर सर्टिफ़िकेट) एवं अन्य कागजात देने तथा पुराने 10वी के छात्रों को कक्षा 11वीं में प्रवेश देने में परेशानी आने लगी है।
इस बाबत संस्था के पदाधिकारी डी. एफ. आर. सी. के अध्यक्ष (जिलाधिकारी) से मिलकर अभिभावकों को आने वाली परेशानियों से अवगत कराने के लिए बैठक की।
संस्था के संस्थापक मनोज कटारिया ने बताया कि कक्षा 10 व 12 के बोर्ड के परिणाम आने पर अभिभावकों ने अपने बच्चों को दूसरे स्कूल या महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों की टी सी (ट्रांसफर सर्टिफ़िकेट) एवं अन्य दस्तावेजों के लिए स्कूलो में भागदौड़ कर काग़ज़ी कार्यवाही शुरू कर दी है।
कुछ स्कूलो ने बोर्ड की परीक्षा के बाद दूसरी संस्थानों में प्रवेश (एडमिशन) विद्यार्थियों के अभिभावकों से पांचवे क्वार्टर (अप्रैल 22 से जून 22 तक) की फीस मांगनी शुरू कर दी है। जब कि अभिभावकों से मार्च-अप्रैल माह में ही पूरे सत्र की फीस व अन्य देय का अनापत्ति प्रमाणपत्र (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफ़िकेट) ले लिया था और विद्यार्थियों की परीक्षा भी दूसरे स्कूलो (सेंटर) में हुई थी।
ऐसे में अभिभावकों से पांचवे त्रिमास (5th quarter)का फीस माँगना न्यायोचित नहीं ब्लकि स्कूल की अभिभावकों से पैसा ऐंठना वाली नियत को दर्शाता है। इसके साथ-साथ अप्रैल-मई (ग्रीष्म अवकाश से पहले) तक स्कूल जा रहे बच्चों के नाम काटने तथा पेनल्टी के साथ पुनः नाम जोड़ने की घटना भी सामने आ रही है।
जीपीडब्ल्यूएस की बैठक में मनोज कटारिया के साथ अध्यक्ष कपिल शर्मा, उपाध्यक्ष पल्लवी राय, कोषाध्यक्ष गीता विद्यार्थी, सहायक कोषाध्यक्ष विजय श्रीवास्तव, सचिव धर्मेंद्र नंदा आदि ने भाग लिया तथा अपने विचार व्यक्त किए।