कुछ दिनों पूर्व नोएडा की एक पॉश सोसायटी में अवैध कब्जा रोकने पर भारतीय जनता पार्टी के एक कथित नेता ने एक महिला के साथ अभद्र व्यवहार किया था।
इसका वीडियो वायरल होने पर इस नेता श्रीकांत त्यागी को नोएडा पुलिस ने तीन दिन के अथक प्रयास के बाद गिरफ्तार कर लिया।
जहां एक तरफ महिला विरोधी, अभद्र अपराधी के खिलाफ त्वरित कार्यवाही की पूरे देश में प्रसंशा हो रही है वहीं कुछ लोगों द्वारा इसे एक जातिवादी मुद्दे में परिवर्तित कर राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास किया जा रहा है।
इसी के अंतर्गत आज रविवार, 21 अगस्त को नोएडा स्थित रामलीला मैदान में एक जातिगत महापंचायत का आयोजन किया गया है।
महापंचायत में श्रीकांत समेत छह युवकों पर दर्ज मामले वापस लेने और अनु त्यागी को प्रताड़ित करने के मामले की न्यायिक जांच कराने सहित अन्य मांगें रखीं जाएंगी।
राष्ट्रीय ब्रह्म ऋषि महासंघ के प्रधान संरक्षक नरेंद्र त्यागी का कहना है कि श्रीकांत मामले में छह युवकों पर राजनीति से प्रेरित होकर केस दर्ज किया गया। इसे बिना शर्त हटाया जाना चाहिए। साथ ही, मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जानी चाहिए। साथ ही, श्रीकांत से गैंगस्टर एक्ट हटाया जाना चाहिए।
हालांकि इस पंचायत में अधिकतम लोग बाहर के शहरों से आए बताए जा रहे हैं और नोएडा की आम जनता को इनका समर्थन नहीं मिल रहा। नोएडा की आम जनता का मानना है की अपराधिक प्रवृति के लोगों के खिलाफ विधिसम्मत कार्यवाही होनी चाहिए और महिलाओं से अभद्रता को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त ना किया जाए।
पंचायत और विरोध प्रदर्शन को देखते हूं संबंधित सोसायटी और कुछ अन्य मुख्य जगहों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।