टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (23/08/2022): सोमवार, 22 अगस्त को थाना बीटा-2 पुलिस और अपहरण कर फिरौती मांगने वाले आरोपियों के साथ चूहडपुर अंडर पास परीचौक जाने वाले सर्विस रोड पर हुई मुठभेड। और मुठभेड के दौरान बीटा-2 पुलिस ने बिहार के बांका जिले के पूर्व जदयू जिलाध्यक्ष मिनहाज खां के बेटे दिलवर खां और उसके दोस्त परवेज को अपहरण करने वाले बदमाशों के चंगुल से सकुशल आजाद कराया।
बीटा-2 पुलिस ने आरोपी अय्यूब पुत्र मुमताज निवासी कस्बा मवाना जिला मेरठ हाल नि0 ग्राम हल्दौनी थाना ईकोटेक-3 गौतमबुद्धनगर व आरोपी राशिद पुत्र यासीन निवासी गंगागढ थाना पहासू जिला बुलन्दशहर हाल पता हल्दौनी थाना ईकोटेक-3 गौतमबुद्धनगर को गिरफ्तार किया।
बता दें रविवार, 21 अगस्त को शाम के समय आरोपी अय्यूब व राशिद अपने सह आरोपियों के साथ मिलकर परीचौक से अपह्रत दिलबर को अर्टिगा कार नम्बर यूपी 13 बीटी 0157 में अपहरण कर ले गया एवं परिजनों से 05 लाख रुपये की फिरौती की मांग की।
और इसी फिरौती को वसूलने सभी आरोपी सोमवार, 22 अगस्त की दोपहर करीब 3 बजे मौके पर पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें दबोचने की कोशिश की। लेकिन बदमाशों ने पुलिस से बचने के लिए फायरिंग करने लगा । फिर बाद में पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की। मेठभेड में चूहड़पुर अंडरपास के समीप सर्विस रोड पर ग्रेटर नोएडा के हल्दौनी के बदमाश अयूब के पैर में गोली लगी। वहीं, एक अन्य राशिद को पुलिस ने मौके से दबोच लिया। जबकि तीन अन्य मौके से फरार हो गया।
कोतवाली प्रभारी अनिल राजपूत ने मामले का खुलासा करते हुए कहा, ‘बिहार के बांका जिले में जदयू पूर्व जिलाध्यक्ष मिनहाज खां का बेटा दिलवर अपने दोस्त परवेज के साथ घूमने के लिए दिल्ली और नोएडा आया था। दिलवर कपड़ों का बिजनेस शुरू करने वाला है। रविवार रात परीचौक के समीप से कार सवार बदमाशों ने दिलवर और उसके दोस्त परवेज का अपहरण कर लिया। बदमाशों ने रात भर कुलेसरा के डूब क्षेत्र की झोपड़ी व हल्दौनी गांव में रखा । बदमाशों ने अपहरण के बाद रविवार रात दिलवर के पिता को फोन किया और पांच लाख की फिरौती मांगी। पिता बिहार में थे। वह सोमवार दोपहर फिरौती की रकम लेकर ग्रेटर नोएडा पहुंचे और पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने डमी नोटों की गड्डी तैयार कर उन्हें दी और उनका पीछा करते हुए बदमाशों को धर दबोचा।
पुलिस ने बताया कि अपहरण के लिए जाल बुना गया था। पुलिस के अनुसार, इस मामले की जांच पड़ताल में सामने आया है कि परवेज के साढ़ू पीरू खां की दिलवर से दोस्ती थी। और फिर पीरू ने ही दिलवर को फोन कर घुमाने का बहाना बनाकर जाल में फंसाकर उसे ग्रेटर नोएडा में परीचौक पर बुलवा लिया था। इसके बाद दिलवर अपने दोस्त परवेज और साहिद अंसारी के साथ गरीब रथ ट्रेन से रविवार को अलीगढ़ पहुंचा। वहां से कैब बुककर ग्रेटर नोएडा के परीचौक पहुंचा। वहीं परीचौक पर पीरू पहले से मौजूद था। पीरू ने कैब से उतर कर उसका इंतजार करने के लिए कहा।
कैब जाने के करीब दस मिनट बाद पीरू अपने अन्य साथियों के साथ राशिद की अर्टिगा कार से दिलवर के पास पहुंचा। इससे पहले कि दिलवर व परवेज कुछ समझ पाते दोनों का अपहरण कर लिया गया। वहीं साहिद अंसारी मौके से भागकर चौकी पहुंच कर पुलिस को इस मामले की सूचना दी।
पुलिस ने बताया कि पहले पुलिस को लगा कि दोस्त व रिश्तेदार आपस में कोई मजाक कर रहे हैं। देर रात जब दिलवर के पिता के पास फिरौती की काल पहुंची तो पुलिस सक्रिय हो गई। फिर राशिद का ही कुलेसरा के समीप हल्दौनी में मकान है। जहां पर दिलवर को रखा गया था।
सिविल ड्रेस में पुलिस की टीम दिलवर के स्वजन बनकर बदमाश राशिद व अयूब के पास पहुंची। डमी नोटों की गड्डी निकाल कर जैसे ही बदमाशों को दी गई, तभी पास में वर्दी में मौजूद पुलिस टीम मौके पर आ गई। पुलिस को देखकर बदमाशों ने गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई में बदमाश अयूब घायल हो गया।
पुलिस को जांच में पता चला है कि दिलवर खां ने बिहार के बांका जिले के धोरैया मध्य क्षेत्र संख्या-10 से जिला परिषद सदस्य पद का चुनाव भी लड़ा था। उसकी उम्र 28 वर्ष के करीब है। जब वह चुनाव लड़ा था तो उसका चुनाव चिह्न सिलाई मशीन था।
दिलवर का अपहरण करने के बाद बदमाशों ने उसकी गर्दन के समीप चाकू से हमला किया और फोटो खींच कर उसके स्वजन को भेजा, जिससे कि फिरौती की रकम जल्द मिले। बदमाशों ने लाइटर गन दिखाकर भी डराया था यही वजह रही कि आनन-फानन में जदयू नेता ग्रेटर नोएडा जा पहुंचे।